मृत्यु के बाद नेत्र जलाने की बजाए करें नेत्रदान
संवाद सूत्र, नवांशहर डिप्टी कमिश्नर कम नेत्रदान संस्था के चीफ पैटर्न विनय बबलानी व अगुवाई में
संवाद सूत्र, नवांशहर
डिप्टी कमिश्नर कम नेत्रदान संस्था के चीफ पैटर्न विनय बबलानी व अगुवाई में संस्था की ओर से 33वां नेत्रदान जागरूकता पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसी क्रम में मंगलवार को नेत्रदान संस्था की ओर से जैन उपासरा बलाचौर में नेत्रदान पखवाड़ा जैन साध्वी श्रेष्ठा महाराज एवं चंदना महाराज ठाणे-5 के सानिध्य में आयोजित किया गया।
इस मौके पर श्रेष्ठा महाराज एवं चंदना महाराज ने मरणोंपरांत नेत्रदान करने की प्ररेणा देते हुए कहा कि मृत्यु के पश्चात आंखों को जलाने की बजाए नेत्रदान करवाना चाहिए, ताकि इससे अंधेरा जीवन जी रहे लोगों के जीवन में भी प्रकाश आ सके। उन्होंने सभी से इस पुण्य कार्य में हर संभव सहयोग देने की प्ररेणा की।
इस मौके पर नेत्रदान संस्था के प्रधान डॉ. जेडी वर्मा एवं महासचिव रतन कुमार जैन ने बताया कि इस समय पूरे देश में 35 लाख से अधिक लोग कोर्निया की बीमारी से पीड़ित होकर अंधेरा जीवन व्यतीत कर रहे हैं। इन लोगों के जीवन में रोशनी मरणोंपरांत नेत्रदान से प्राप्त नेत्रों से ही आ सकती है। यदि सभी धार्मिक स्थानों के सत्संग में मरणोंपरांत नेत्रदान करने की प्ररेणा दी जाए तो सभी धर्म प्रेमी लोगों का इस समाज सेवी कार्य में महत्वपूर्ण योगदान मिल सकता है। अब तक संस्था को 517 लोगों के नेत्र प्राप्त हो चुके हैं और छह हजार से अधिक लोग नेत्रदान के फार्म भर चुके हैं। इस मौके पर जैन सभा बलाचौर के प्रधान नरेश जैन, मंत्री शांती जैन एवं प्रवीन जैन ने नेत्रदान संस्था नवांशहर के कार्यों की प्रशंसा करते हुए इस मुहिम में हर संभव सहयोग एवं अधिक से अधिक नेत्रदान के फार्म भरने का आश्वासन दिया।
इस मौके पर नेत्रदान संस्था के जोगा ¨सह साहदड़ा, मास्टर हुसन लाल, अशोक शर्मा, नरेश जैन, शांती जैन, प्रवीन जैन, लाजपत राये जैन, अजित जैन, चरनजीत जैन, विजय जैन, ¨रकू जैन, राजेश जैन, पीयूश जैन एवं बहुत से गुरु भक्त उपस्थित थे।