Move to Jagran APP

सामाजिक सुरक्षा विभाग को खुद मुलाजिमों की दरकार

वासदेव परदेसी, नवांशहर सामाजिक सुरक्षा विभाग का काम जिले के लोगों सरकार की स्कीमों क

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 Sep 2018 07:46 PM (IST)Updated: Mon, 10 Sep 2018 07:46 PM (IST)
सामाजिक सुरक्षा विभाग को खुद मुलाजिमों की दरकार
सामाजिक सुरक्षा विभाग को खुद मुलाजिमों की दरकार

वासदेव परदेसी, नवांशहर

loksabha election banner

सामाजिक सुरक्षा विभाग का काम जिले के लोगों सरकार की स्कीमों का लाभ देना है। जिले के पचास हजार से अधिक लोगों तक सरकार की स्कीमों को पहुंचाने वाला विभाग अपने लिए स्टाफ की भी व्यवस्था नहीं कर पा रहा है। विभागों में स्टाफ कमी के कारण लोगों के होने वाले सरकारी कार्यों में देरी से लाभार्थियों को लाभ मिलता है।

स्टाफ की कमी के कारण लाभार्थी परेशान है। मौजूदा समय में गिनती के लोगों से सरकार की स्कीमों का लोगों को पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। विभाग में कुल 9 पद हैं। इसमें से तीन पद खाली पड़े हैं। इनका काम अन्य स्टाफ को देकर करवाया जा रहा है। इससे काम की गुणवत्ता पर असर पड़ा है और काम में देरी हो रही है।

दफ्तर में जिला सामाजिक सुरक्षा अधिकारी, सीनियर सहायक, क्लर्क, डाटा एंट्री ऑपरेटर, सेवादार व सफाई कर्मचारी तैनात है, जबकि सुपरिटेंडेंट, एसओ तथा जूनियर सहायक के पद खाली पड़े हैं। ये वो पद हैं, जिनकी यहां के काम में बहुत ज्यादा भूमिका होती है।

जिले का जिला सामाजिक सुरक्षा विभाग स्टाफ की कमी के कारण कुछ स्टाफ सदस्यों से ही काम चला रहा है। जिला सामाजिक सुरक्षा विभाग के जिम्मे बुढ़ापा, विधवा, अंगहीन व आश्रित पेंशन वितरित की जाती है। इसके अलावा आशीर्वाद स्कीम, एससीएसटी वजीफा सहित तमाम स्कीमों विभाग के जिम्मे हैं। यहां कार्यालय में लोग काम करने के लिए दूर-दूर से आते हैं, लेकिन कई बार उन्हें काम करवाने के लिए बार-बार चक्कर लगना पड़ता है। कम स्टाफ होने पर उनका काम समय पर नहीं हो पाता है। विभाग के पास मौजूदा समय में बुढ़ापा पेंशन लाभार्थी पेंशन 31946, विधवा 11720, अपंग पेंशन 4836, आश्रित 4971 यह सभी मिलकर कुल 53467 लाभार्थी जुड़े हुए हैं, जिनके काम विभाग को करने होते हैं।

विभाग के स्टाफ को लोगों को काम करने में काफी परेशानी आ रही है।

समाज सेवक अवतार ¨सह का कहना है कि इस कार्यालय में स्टाफ की कमी को तुरंत मुकम्मल करना चाहिए, क्योंकि स्टाफ की कमी की मुश्किल पेंशनर लाभार्थियों को आती है। स्टाफ की कमी के चलते कई बार उनके खातों में पेंशन राशी लेट हो जाती है या कई बार कई कई महीने बीत जाते हैं, पेंशन राशि को आते। लोगों की सुविधा से यह कार्यालय जुड़ा, इसलिए इसकी सभी कमियां दूर करने के लिए समय की सरकरें ध्यान दें। बाक्स---

सरकार से मांगा है स्टाफ : समाजिक सुरक्षा अफसर

जिला समाजिक सुरक्षा अफसर संतीष विरदी कहती हैं कि विभाग में स्टाफ की कमी है। इसके बावजूद विभाग समय पर काम कर रहा है। खाली पोस्टों को भरने के लिए सरकार से स्टाफ मांगा गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.