किसानों की मांग पहले मिले मुआवजा, फिर शुरू हो काम
काठगढ़ रोपड़-फगवाड़ा नेशनल हाइवे पर चार मार्गीय प्रोजेक्ट के ऐलान के बा
संवाद सहयोगी, काठगढ़
रोपड़-फगवाड़ा नेशनल हाइवे पर चार मार्गीय प्रोजेक्ट के ऐलान के बाद संबंधित किसानों की नींद हराम हो गई है। सड़क बनाने वाली कंपनियों ने बिना पैसे दिए किसानों की जमीन पर काम करना शुरू कर दिया है। इससे किसानों में हड़कंप की स्थिति है।
उक्त मामले को लेकर इलाके के किसानों ने बैठक करके बताया कि सरकार ने जो नोटिफिकेशन जारी किए हैं, उसकी किसानों को कोई जानकारी नहीं है और न ही उन्हें कोई लिखती नोटिस मिला है। कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा धक्के से उनकी जमीनों में काम करने की कोशिश की जा रही है। प्रशासन की ओर से एक्वायर की गई जमीन का कोई कीमत निर्धारित नहीं किया गया है और न ही इसकी जानकारी किसानों को दी गई है। जब किसान सड़क के साथ लगती जमीन की रजिस्ट्री करवाने जाते है तो वह मरले के हिसाब से की जाती है। अब सरकार किल्ले के हिसाब से पैसे देकर पीछा छुड़ा रही है। किसानों ने मांग की है कि इस संबंध में उन्हें सही जानकारी दी जाए और बिना पैसे दिए उनकी जमीनों में काम न करवाया जाए। जमीन के सांझे (मुश्तरिका) खाते की स्थिति भी स्पष्ट की जाए। इस अवसर पर जैलदार पर¨वदर बांठ, संतोख ¨सह, मलकीत ¨सह, गुरचरण ¨सह, अमरीक ¨सह, जगदेव ¨सह, कुलवंत ¨सह, सुख¨वदर ¨सह, हरदेव ¨सह, सु¨रदर ¨सह, सु¨रदर आदि उपस्थित थे।