धरने में विधायक नहीं पहुंचे तो चढ़ा जिला प्रधान का पारा, कहा-दोबारा ऐसा किया तो बर्दाश्त नहीं
काग्रेस के धरने में बलाचौर के विधायक दर्शन लाल मंगुपुर के न शामिल होने पर जिला कांग्रेस की सियासत गर्माने लगी है।
सुशील पाडे,नवाशहर : काग्रेस के धरने में बलाचौर के विधायक दर्शन लाल मंगुपुर के न शामिल होने पर जिला कांग्रेस की सियासत गर्माने लगी है। शुक्रवार को कांग्रेस जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन किया था और इसमें दर्शन लाल मंगुपुर के अलावा नवाशहर के विधायक अंगद सिंह और बंगा के हलका इंचार्ज सतवीर सिंह पल्ली झिक्की भी शामिल नहीं हुए थे। इसके अलावा बलाचौर में काग्रेस के बड़े पदों पर बैठे नेता भी धरने में शामिल नहीं हुए थे। इस पर जिला काग्रेस कमेटी के ही अध्यक्ष प्रेमचंद भीमा ने विधायकों व नेताओं को नसीहत दे डाली है। उन्होंने खासतौर पर मंगुपुर व उनके करीबियों पर निशाना साधा है। उधर मंगुपुर के करीबियों का कहना है कि भीमा अंगद सिंह और सतवीर के बारे में क्यों नही बोलते, वे भी तो धरने में नहीं आए थे। उनका कहना है कि वे तो धरने में शामिल न होने का कारण सरकार को बता देंगे, लेकिन भीमा यह बताएं कि उन्होंने कुछ दिन पहले क्षेत्र के अकाली नेता गुरनाम सिंह को अपने घर बुला कर क्यों सम्मानित किया। सभी जानते हैं कि गुरनाम प्रेम सिंह भाजपा के पूर्व विधायक प्रेम सिंह चंदूमाजरा के खास हैं और उन्होंने चुनाव में खुलकर चंदूमाजरा की मदद की थी। भविष्य में अनुशासनहीनता नहीं होगी बर्दाश्त : भीमा
प्रेमचंद्र भीमा ने एक विशेष बयान जारी कर कहा कि कोई भी नेता या कार्यकर्ता चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो, किसी को सियासत नहीं करने दी जाएगी। उनका कहना है कि यह बयान पार्टी के उन नेताओं व पदाधिकारियों पर लागू होता है जिन्होंने काग्रेस के निशान पर चुनाव लड़कर पद प्राप्त किए हैं। भविष्य में पार्टी के कार्यक्रमों में हाजिर न होने वाले नेताओं की गैर हाजिरी को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भीमा ने कहा, जिले से संबंधित काग्रेस के दो विधायक हैं जिनमें अंगद सिंह तो अपनी शादी की तैयारियों में व्यस्त हैं, लेकिन बलाचौर के विधायक, उनके पारिवारिक सदस्य व का धरने में शामिल न होना अफसोसजनक है। उनके धरने में शामिल न होने से स्पष्ट हो गया है कि उन्होंने स्वार्थ के लिए काग्रेस ज्वाइन की है।
अपनी चाची के भोग में शामिल थे मंगुपुर
विधायक चौधरी दर्शन लाल मंगुपुर के करीबियों ने बताया कि मंगुपुर अपने गाव में अपनी चाची की रस्म पगड़ी में शामिल थे। सरपंच महिंदरपाल की माता का देहात हो गया था और उनका भोग शुक्रवार को था। अफसोस प्रकट करने वालों के लिए शुक्रवार का ही दिन रखा गया था। इसमें दर्शन लाल मंगुपुर व उनके सभी रिश्तेदार शामिल थे। इसी कारण वह धरने में शामिल नहीं हो सके। नवाशहर के विधायक अपनी शादी की तैयारियों में लगे थे इसलिए वे धरने में शामिल नहीं हुए।
दो स्कूलों में कार्यक्रम में जाने के कारण नहीं हुए शामिल : सतवीर
बंगा हलका इंचार्ज सतवीर सिंह पल्ली झिक्की ने कहा कि नवाशहर व बंगा में दो स्कूलों में वार्षिक कार्यक्रम थे जहा पर उन्हें मुख्य मेहमान के तौर कार्यक्रम में शामिल होना था। इसके बाद जब वो करीब साढ़े 11 बजे धरने में पहुंचे तो तब तक धरना खत्म हो गया था। कम से कम दो घटे तक धरना होना चाहिए। सतवीर ने कहा कि वह भी कई साल तक काग्रेस के जिला प्रधान रह चुके हैं और उनके समय मे भी कई बार विधायक कार्यक्रमों में शामिल नहीं हो पाते थे।