मंगनी करवाई, 19 लाख खर्च करवा विदेश की पढ़ाई, फिर शादी से मुकरी दुल्हन
बंगा के रहने वाले युवक के पिता ने उसे विदेश भेजने के लिए आइलेट्स पास युवती से उसकी मंगनी कर दी। दोनों परिवारों में सौदा हुआ कि युवती का कनाडा की सारी पढ़ाई का खर्च युवक के परिजन उठाएंगे।
जागरण संवाददाता, नवांशहर : बंगा के रहने वाले युवक के पिता ने उसे विदेश भेजने के लिए आइलेट्स पास युवती से उसकी मंगनी कर दी। दोनों परिवारों में सौदा हुआ कि युवती का कनाडा की सारी पढ़ाई का खर्च युवक के परिजन उठाएंगे। युवक के पिता ने बयाज पर पैसे लेकर युवती को विदेश भेजने पढ़ाई करवाने पर 19 लाख 63 हजार 500 रुपये खर्च कर दिए। पढ़ाई पूरी होने पर युवती व उसके परिवार ने शादी से साफ इंकार कर दिया। पुलिस ने जांच के बाद युवती जसरीन कौर, उसकी मां हरशरनजीत कौर, पिता रणजीत सिंह व मौसी हरिदर कौर के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
पुलिस को दी शिकायत में गांव लादियां के रहने वाले गुरुदेव सिंह ने बताया कि वर्ष 2015 में जसरीन की मौसी हरिदर कौर ने उन्हें कहा था कि उसकी बहन की लड़की ने आइलेट्स में सात बैंड भी हासिल किए हुए हैं पर वो लोग गरीब हैं। इसलिए उसे कनाडा नहीं भेज सकते। अगर वह पैसा खर्च करें और लड़की को कनाडा भेज दें तो बाद में वह उनके लड़के के साथ शादी करके उसको विदेश में बुला लेगी जिसके बाद नवंबर 2015 में जसराज सिंह की मंगनी बंगा के प्रताप नगर की रहने वाली जसलीन कौर के साथ कर दी गई। मंगनी के बाद तीन मई 2016 को ब्याज पर पैसे लेकर जसरीन कौर को हंबर कॉलेज टोरंटो भेजा दिया गया। लगातार दो साल युवती की कनाडा की फीस युवती की मां हरशरणजीत कौर के खाते में जमा करवा दी जाती थी। पढ़ाई मुकम्मल होने तक जसरीन उनके बेटे के साथ बातचीत करती रही, उसके परिवार वाले भी उसके घर आते जाते रहे। जब जसरीन की पढ़ाई खत्म हो गई तो उन्होंने कहा कि अब दोनों की शादी कर लेनी चाहिए पर पिछले छह माह से लड़की के परिवार वाले लगातार लारे लगा रहे हैं।
विदेश जाने के सपने देख बेटे ने छोड़ दी पढ़ाई
गुरदेव सिंह ने कहा कि उनका बेटा बीए की पढ़ाई कर रहा था। जब लड़की के परिवार के साथ समझौता हुआ और लड़की कनाडा जाकर पढ़ाई करने लगी तो उनके बेटे ने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी।
पैसा देने के लिए मांग रहे हैं दो साल ,युवक की मां हुई बीमार
पैसा लेने के लिए दोनों पक्षों में आपस में समझौता भी हुआ। पंचायत में बात की गई तो आरोपितों ने कहा कि छह माह के बाद उनका सारा पैसा लौटाना शुरू कर देंगे। पहली किस्त छह माह के बाद देंगे दूसरी किस्त फिर छह माह के बाद देंगे और चार किस्तों में पैसा देंगे। गुरदेव सिंह ने बताया कि इस कारण उसकी पत्नी ज्यादा बीमार हो गई।