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लाखों रुपये से बने शौचालयों पर लटके रहते हैं ताले

नवांशहर में नगर कौंसिल द्वारा स्वछ भारत के अधीन केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए लाखों रुपये के फंड से बनाए गए शौचालय सफेद हाथी साबित हो रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 14 Jul 2019 11:17 PM (IST)Updated: Sun, 14 Jul 2019 11:17 PM (IST)
लाखों रुपये से बने शौचालयों पर लटके रहते हैं ताले
लाखों रुपये से बने शौचालयों पर लटके रहते हैं ताले

मोहम्मद शाहिद, नवांशहर : नवांशहर में नगर कौंसिल द्वारा स्वच्छ भारत के अधीन केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए लाखों रुपये के फंड से बनाए गए शौचालय सफेद हाथी साबित हो रहे हैं। क्योंकि शहरवासी व शहर में आने जाने वालों की सुविधा के लिए बनाए गए शौचालय ज्यादातर बंद ही रहते हैं। इससे लोगों की समस्या जस की तस बनी हुई है। लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी लोगों को मजबूरन शौचालयों से बाहर जाकर ही शौच करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। नगर कौंसिल है पूरे शहर में तकरीबन स्वच्छ भारत अभियान के तहत आठ सार्वजनिक शौचालय बनवाए हैं। इनमें ज्यादातर पर ताले लटके ही मिलते हैं और कुछ में ऐसे शौचालय भी हैं, जिनमें शौच करने के बाद इस्तेमाल होने वाले पानी की सुविधा नहीं है। स्लम एरिया में करियाम टेंपो यूनियन के पास बने शौचालय में पानी की व्यवस्था नहीं है। मोहल्ला निवासी माधव, मक्खन बाली, देशराज, अफसर खान, जग पुरिया. नीमा, सत्य देवी, लक्ष्मी देवी ने जानकारी देते हुए बताया के जब से मोहल्ले में शौचालय का निर्माण किया गया है तभी से शौचालयों में पानी की व्यवस्था नहीं है। जिस कारण हमारी जवान बहू बेटियां, बुजुर्गों को मजबूरन रेलवे लाइन के पास झाड़ियों में जाकर शौचालय करना पड़ता है उन्होंने नगर कौंसिल प्रशासन व जिला प्रशासन से अपील की कि शौचालयों को सुचारु तौर पर चलवाकर परेशानी से निजात दिलाएं।

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ज्यादा गंभीर नजर नहीं आता प्रशासन : सुनीत

सुनीत चोपड़ा ने बताया के स्वच्छ भारत अभियान के तहत बनाए गए केंद्र सरकार सोच थी लेकिन नगर कौंसिल प्रशासन इस और ज्यादा गंभीर नजर नहीं आती जिसके कारण शौचालयों में पूरी सुविधा ना होने से वह ज्यादातर शौचालय बनवाने के वजह से लोगों को बाहर ही सोच करने पर मजबूर होना पड़ता है।

फ्लाप होता जा रहा केंद्र का अभियान : नंबरदार

कारोबारी विचत्र सिंह नंबरदार का कहना है कि जो चीज बनाई जाए उसका सही तरीके से इस्तेमाल न हो तो उसका क्या फायदा। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि केंद्र सरकार की स्वच्छ भारत अभियान के तहत देश को स्वच्छ व स्वस्थ बनाने के अभियान ठुस होता नजर आ रहा है। क्योंकि लाखों की लागत से बना शौचालय होने के बावजूद भी लोगों को शौच के लिए बाहर जाना दुर्भाग्यपूर्ण बात है।

नशे में फंसे युवा ले जाते हैं शौचालयों से सामान : इंस्पेक्टर

नगर कौंसिल अधिकारी दर्शन लाल जोशीला सेनेटरी इंस्पेक्टर ंने बताया के शहर में ज्यादातर शौचालय पर ताला लटका होने की वजह यहां बढ़ रहे नशे के कारोबार से जो युवा नशे के दलदल में फंस हैं वे शौचालयों का कीमती सामान निकाल लेते हैं। जब कर्मचारी शौचालय के पास नहीं होते तो देखभाल के लिए पास के दुकानदारों को चाबी देकर वे आते हैं। जिन शौचालय में पानी की व्यवस्था नहीं है उन्हें एक सप्ताह में ठीक कर दिया जाएगा।


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