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    पंजाब में आवारा सांड ने बुजुर्ग भाइयों पर किया हमला, एक की मौत दूसरा गंभीर घायल

    Updated: Thu, 31 Jul 2025 08:08 PM (IST)

    नवांशहर के गांव बनां में एक आवारा सांड ने बुजुर्ग अमर चंद की जान ले ली और उनके भाई गरीब दास को घायल कर दिया। घटना के बाद ग्रामीणों में गुस्सा है क्यों ...और पढ़ें

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    नवांशहर में आवारा सांड का कहर, बुजुर्ग की मौत।

    संवाद सहयोगी, काठगढ़ (नवांशहर)। गांव बनां में एक आवारा सांड ने एक बुजुर्ग की जान ले ली और दूसरे को गंभीर रूप से घायल कर दिया। दोनों बुजुर्ग भाई बुधवार देर शाम अपने खेत में बैठे बातें कर रहे थे कि आवारा सांड ने उन पर हमला बोल दिया। मृतक की पहचान गांव बना निवासी 76 वर्षीय अमर चंद पुत्र रौनकी राम के रूप में हुई है, जबकि गंभीर रूप से घायल 70 वर्षीय नंबरदार गरीब दास को पीजीआई चंडीगढ़ में भर्ती किया गया है।

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    उधर, घटना के बाद से ही गांववालों में रोष व्याप्त है और जिला प्रशासन से बेसहारा पशुओं की समस्या का हल करने की गुहार लगा रहे हैं। गांव बनां के सरपंच सर्बजीत ने बताया कि वैसे तो आसपास के इलाके में बेसहारा पशुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, लेकिन उनके गांव में काफी समय से एक आवारा सांड ने काफी आतंक मचा रखा है। वह अकसर आते-जाते लोगों के पीछे भागता है और कई बार हमला भी कर चुका है।

    बुधवार शाम गांव निवासी 76 वर्षीय अमर चंद अपने 70 वर्षीय भाई नंबरदार गरीब दास के साथ अपने खेत में बैठे थे। इस दौरान आवारा सांड भागता हुआ उनकी तरफ आया और गरीब दास पर हमला कर दिया। जोरदार टक्कर से गरीब दास बुरी तरह घायल हो गया। इसी बीच उनके भाई अमर चंद ने उन्हें बचाने के लिए सांड को भगाने का प्रयास किया तो सांड ने उन पर भी हमला कर दिया और उन्हें जोरदार टक्कर मार दी।

    इस हमले में अमर चंद की मौके पर ही मौत हो गई। गरीब दास का शोर सुनकर गांव निवासी मौके पर पहुंचे और किसी तरह से रस्सियों की सहायता से सांड को काबू कर पेड़ से बांधा। वहीं गंभीर रूप से घायल गरीब दास को उपचार के लिए पीजीआई चंडीगढ़ भेजा गया। पहले ही कई लोगों को घायल कर चुका है सांड सरपंच ने बताया कि इस सांड ने तीन दिन पहले भी गांव निवासी प्यारा लाल को टक्कर मार कर घायल किया था, जबकि पहले भी गांव के तीन अन्य लोगों को घायल कर चुका है।

    गांव वालों ने पहले भी इस सांड को पकड़ने का प्रयास किया था, लेकिन इसे काबू नहीं कर पाए।न अब इस आवारा सांड को काबू कर इसकी सूचना पशु चिकित्सक इकबाल सिंह को दी। सूचना मिलते ही पशु विभाग के कर्मचारियों ने उक्त सांड को एक वाहन में ले जाकर गोशाला छोड़ दिया है। क्षेत्र में लगातार बढ़ रही बेसहारा पशुओं की संख्या सरपंच सर्बजीत ने कहा कि क्षेत्र में बेसहारा पशुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

    इनमें आवार सांड अकसर आक्रामक हो जाते हैं और लोगों पर हमला करते हैं। इतना ही नहीं, खेतों में घुसकर किसानों की फसलें भी खराब करते हैं। अचानक सड़क पर आ जाते हैं, जिससे वाहन चालक उनसे टकरा जाते हैं। ऐसे कई हादसे हुए हैं, जिनमें कइयों की जान जा चुकी है तो कई गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की कि इन आवारा पशुओं को काबू करके गोशाला में पहुंचाया जाए ताकि लोगों के मन से इनका डर दूर हो सके।