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सब दुखों को दूर करने नाम पर नौसरबाज बाबा ने उड़ाये सोने के गहने

संवाद सहयोगी, राहों : नौसरबाज बाबा व उसके साथियों ने मिल कर सब दुखों को दूर करने का झांसा देकर बुजुर

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Mar 2019 06:51 PM (IST)Updated: Sat, 16 Mar 2019 06:51 PM (IST)
सब दुखों को दूर करने नाम पर नौसरबाज बाबा ने उड़ाये सोने के गहने
सब दुखों को दूर करने नाम पर नौसरबाज बाबा ने उड़ाये सोने के गहने

संवाद सहयोगी, राहों : नौसरबाज बाबा व उसके साथियों ने मिल कर सब दुखों को दूर करने का झांसा देकर बुजुर्ग महिला की सोने के गहने उड़ा लिए। नौसरबाज इतने शातिर थे कि उन्होंने कुछ ही देर में बुजुर्ग महिला को बातों में ऐसे उलझाया कि उसे समझ ही नहीं आया कि वह उनके धोखा का शिकार हो रही है। जब तक उसे समझ आया तब तक नौसरबाज गहने लेकर राहों से गायब हो चुके ते। बुजुर्ग की महिला की शिकायत के बाद पुलिस ने इस मामले में अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। नौसरबाज बुजुर्ग महिला से सोने की बालियां व अंगुठी ले गए हैं, जो करीब 10 से 12 ग्राम वजन के थे।

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मोहल्ला पहाड़ सिंह निवासी महिला निर्मला देवी (60) ने बताया कि शुक्रवार दोपहर को वह सब्जी लेने के लिए दिल्ली गेट तक गईं थीं। वहां से वापसी पर जब वे अभी साईं मंदिर के करीब ही पहुंची थी, तो उनके पास से एक साधू के वेष में व्यक्ति गुजरा। उसने सिर पर रूमाल बांधा हुआ था। और एक चादर शरीर पर लपेटी हुई थी। उसने आकर बड़े ही सधे हुए अंदाज में कहा कि आप के घुटनों दर्द रहता है और आप अक्सर बीमार रहती है। इसके अलावा अन्य बातें करने लगा। लेकिन वह जाने लगी तो कुछ दूर आगे में एक महिला व आदमी आए उससे बात करने लगे और कहा कि आप ने साधु-बाबा को ऐसे ही जाने दिया। ये बहुत पहुंचे हुए साधू-बाबा हैं आपके सभी कष्ट दूर कर देंगे। इतने में वे साधू भी वहीं पहुंच गया तथा कहने लगा कि आपको शारीरिक कष्ट है। यह सब ऊपरी कसर है। वह उसकी बातों में आ गई। उसने कहा कि आप अपने गहने उतार कर रूमाल में डाल दें। निर्मला को लगा कि को टांगों में दर्द रहता था तथा उसने सोचा कि शायद ये सच ही हो। इतने में वहां दो युवक और आए तथा सभी ने मिलकर उनके गहने उतार रूमाल में डाल बाबा को दे दिए। इसके बाद बाबा ने रूमाल निर्मला को यह कहते हुए रूमाल दे दिया कि इसी में कान की बालियां व सोने की अंगुठी हैं, लेकिन साथ ही ये भी कहा कि ये रूमाल घर जाकर ही खोलना। अगर पहले खोला, तो अनर्थ हो जाएगा। पीछे मुड़कर बिल्कुल नहीं देखना है। निर्मला देवी ने जब घर के पास पहुंचकर रूमाल देखा, तो पाया कि उसमें उनके गहने नहीं थे, बल्कि पत्थर थे। उसने मोहल्ले को लोगों को इसके बारे में बताया और बाबा और उसे साथियों की तलाश की कोशिश गई, लेकिन वे वहां गायब हो चुके थे। पुलिस ने इस मामले में निर्मला देवी के बयान के बाद मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी दी है।


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