कार्तिक महीने में की भक्ति व दान का मिलता है कई गुणा फल : पंडित देवी प्रसाद
बलाचौर के श्री भवानी दुर्गा मंदिर में मास्टर मंगल राम अत्री कुरुक्षेत्र वालों के तत्वावधान में श्रीमद् भागवत महापुराण कथा का आयोजन किया गया।
संवाद सहयोगी, बलाचौर : बलाचौर के श्री भवानी दुर्गा मंदिर में मास्टर मंगल राम अत्री कुरुक्षेत्र वालों के तत्वावधान में श्रीमद् भागवत महापुराण कथा का आयोजन किया गया। कथावाचक पंडित देवी प्रसाद ऋषिकेश वालों ने इस अवसर पर कथा करते हुए बताया कि इस कार्तिक मास में ज्यादा उपवास और त्योहार आते हैं, क्योंकि यह पवित्र महीना माना जाता है। कार्तिक मास में की गई भक्ति और दान का फल कई हजार गुणा मिलता है। उन्होंने बताया कि महाभारत के अंतिम समय में दुर्योधन जैसे महारथी को भी भगवान श्री कृष्ण ने अपने विराट रूप के दर्शन करवाए थे, लेकिन वह नादान इसको मजाक ही समझता रहा। अंत समय में भीष्म पितामह ने भी भगवान कृष्ण के दर्शन करने के बाद अपने प्राण त्याग दिए। माता कुंती ने भी बार-बार श्री कृष्ण को नमन किया कि उन्होंने ही उनके पांच पुत्रों और उनके वंश की रक्षा की है। पंडित देवी प्रसाद कहा, जो व्यक्ति संत महापुरुष और गुरुओं के चरणों की धूल अपने माथे पर लगाता है, उसके जन्म जन्मांतर के बंधन कट जाते हैं और वह सीधे बैकुंठ धाम चला जाता है। इस अवसर पर नरेंद्र भारद्वाज, नरेंद्र जैन, विशाल शर्मा, मोहनलाल ओहरी, पीएन सेठ, महेंद्र पाल चेतन, दिनेश भूटानी, डा. सुनील पाठक, जगदीश कपिल, प्रदीप नागपाल, नवीन संदेश मोदगील, केवल चेतन, लेक्चरर सुनील शर्मा, बृजेश अग्निहोत्री, पितांबर कांत, पवन शर्मा, नरेश चेतल, शाम लाल शर्मा आदि बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।