लिफ्टिंग न होने से दाना मंडी काठगढ़ में लगा धान का अंबार
दाना मंडी काठगढ़ में एक अक्टूबर से अब तक 4
सतीश शर्मा, काठगढ़ : दाना मंडी काठगढ़ में एक अक्टूबर से अब तक 48 हजार धान की बोरियां पहुंच चुकी हैं, लेकिन लिफ्टिग नहीं हो पा रही है। आढ़तियों और शैलर मालिकों की हड़ताल के कारण लिफ्टिग की समस्या खड़ी हो गई है। मंडी में मार्कफेड खरीद कर रही है। 48 हजार बोरियां में उसने धान भरकर रखा, लेकिन लिफ्टिग नहीं हो पा रही है, जिससे मंडी में धान के ढेर लगने लगे हैं। अगर ऐसा ही रहा तो किसानों के लिए मुश्किल पैदा हो सकती है। क्योंकि अभी अगेती धान बीजने वाले किसान ही मंडियों में धान को लेकर आए हैं। किसान महाराजा सिंह पनियाली ने बताया कि मंडी में जगह कम होती जा रही है। किसान धान कहां पर गिराएंगे। सरकार को मंडियों से धान की लिफ्टिग तुरंत करवानी चाहिए। धान की बोरियां ऐसे ही मंडियों में पड़ी रहीं तो समस्या खड़ी हो सकती है। किसान हरभजन सिंह जगतेवाल ने बताया कि यह समस्याएं सरकार को पहले निपटा लेनी चाहिए, ताकि खरीद के समय आराम से काम चल सके। अभी शुरुआती दौर में यह हालत है कि मंडी करीब-करीब भर गई है तो अब जब किसान धान लेकर आएंगे उसे कहां रखेंगे। सरकार को इस पर विचार करना चाहिए। शैलर मालिकों से मिलकर जल्दी इसका हल निकालना चाहिए।
अपना काम कर रही खरीद एजेंसी : भागड़ी
खरीद एजेंसी के मैनेजर परविदर कुमार भागड़ी ने बताया कि एजेंसी अपना काम कर रही है। राइस मिल्स की हड़ताल चल रही है, माल उठाकर राइस मिल में ही गिराना है, तब तक ऐसा ही चलेगा। फिलहाल मंडी में जो भी धान आ रही है उसकी खरीद की जा रही है। किसानों को किसी प्रकार की समस्या न आए यह प्रयास किया जा रहा है।
राइस मिल्स का शीघ्र हल करे सरकार
आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान सुभाष आनंद ने बताया कि राइस मिल्स की हड़ताल चल रही है। सरकार को इस हड़ताल का शीघ्र हल करके काम चालू करवाना चाहिए, ताकि किसानों की समस्या और न बढ़ जाए। मंडियां खाली हो जाएं और माल गिराया जा सके। सरकार व प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए।