लोगों को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभा रहा गुरु नानक मिशन अस्पताल
और मोटे और पतले लोगों के कल्याण का केंद्र बना हुआ है।
संवाद सूत्र, बंगा : गुरु नानक मिशन अस्पताल ढाहां कलेरां में डायटीशियन विभाग पिछले चार दशकों से क्षेत्र के लोगों को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभा रहा है और मोटे और पतले लोगों के कल्याण का केंद्र बना हुआ है। गुरु नानक मिशन अस्पताल ढाहां कलेरां मोटापा, मधुमेह और अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों की खाने की आदतों को ठीक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। डायटीशियन रोनिका काहलों के अनुसार कई मोटे और पतले लोगों की खाने की आदतों को ठीक किया गया है।
रोनिका काहलों ने कहा कि 36 वर्षीय अमनजोत कौर अपने मोटापे को कम करने लिए गुरु नानक मिशन अस्पताल आई थी। उन्होंने सही डाइट प्लान, ट्रीटमेंट से दो महीने में 11 किलो वजन कम कर लिया है। 47 वर्षीय कुलवीर राम ने बताया कि विदेश में काम करते हुए उनका वजन एक क्विंटल के अधिक हो गया था। इससे चलना भी मुश्किल हो गया। वह गुरु नानक मिशन अस्पताल ढाहां कलेरां के डायटीशियन डिपार्टमेंट में आए और उन्होंने पहले महीने में पांच किलो वजन कम किया। अब उनका वजन 70 किलो रह गया है और वो फिट हैं। 21 साल की मनप्रीत कौर का वजन केवल 28 किलो था। उन्होंने डेढ़ महीने में डायटिशियन डिपार्टमेंट से अच्छी डाइट प्लान हासिल की। इसी तरह, 18 साल की प्रिया ने सिर्फ दो महीने में अपना 12 किलो वजन कम किया है।
डायटीशियन रोनिका काहलों ने कहा कि मानव शरीर में अधिक वजन और ज्यादा पतले होने से शरीर को विभिन्न बीमारियों का खतरा होता है। मोटापा मधुमेह, गुर्दे, हृदय रोग, कैंसर, रक्तचाप और अन्य बीमारियों को जन्म देता है और अधिक वजन होने से हीमोग्लोबिन की कमी, कैल्शियम की कमी हो जाती है।