सच्चे विश्वास से भगवान आज भी सब जगह प्रकट हो सकते हैं: शास्त्री
पं श्री धीरज कृष्ण शास्त्री जी ने कहा कि जीव के ह्रदय में सच्चा विश्वास होना चाहिए।
जेएनएन, नवांशहर : जीव के ह्रदय में यदि प्रह्लाद जी के जैसा सच्चा विश्वास हो तो भगवान आज भी सब जगह प्रकट हो सकते हैं। भक्तों के चरित्र सुनने से हमारी निष्ठा बढ़ती है। यह बात श्रीधाम वृन्दावन से पधारे परम पूज्य पं श्री धीरज कृष्ण शास्त्री जी ने कही। वह श्री गीता भवन मंदिर में राधारमण संकीर्तन मंडल और मुनि जी महाराज की अध्यक्षता में आयोजित भागवत कथा में प्रवचन कर रहे थे।
उन्होंने फरमाया कि ठाकुर जी के चरणों में अपना सब कुछ समर्पित कर देना ही सबसे ऊंची भक्ति है जैसे राजा बलि ने अपना सर्वस्व न्योछावर किया। सूर्यवंश की कथा सुनाते हुए व्यास जी ने कहा कि जब तक व्यक्ति राम के चरित्र को अपने जीवन में नहीं उतारेगा तब तक कृष्ण चरित्र को नहीं समझ सकता।
श्रीराम ने जो किया वो करो और कृष्ण ने जो कहा वो करो...मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम जी ने एक मानव का जीवन जिया और श्री कृष्ण ने लीला पुष्टि पुरुषोत्तम भगवान का जीवन जिया।
शास्त्री जी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अब रामलला भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। चंद्रवंश के निरुपण में भगवान कृष्ण के जन्म की कथा सुनाते हुए कहा कि जब जब इस संसार में अधर्म बढ़ता है तब तब भगवान अवतार लेकर के धर्म की स्थापना करते हैं और अपनी लीलाओं का माध्यम से भक्तों को प्रेम का दान करते हैं।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर विकास दुआ, प्रदीप जोशी,जगमोहन नंदा, प्रदीप आनंद ,सुनील जोशी ,नरेंद्र कालिया,अशोक चोपड़ा , सुरेश गौतम, प्रवेश वोहरा ,राजेश अरोड़ा,रितेश बजाज ,मोहनलाल ,ओमप्रकाश आहूजा व अशोक वर्मा आदि मौजूद थे।