सुस्त लिफ्टिंग से मंडियों में लगे धान के अंबार, धान रखने को नहीं जगह
मंडियों में धान की खरीद तेजी से चल रही है। मंडियों में अब तक 1 लाख 53 हजार दो सौ 81 मीट्रिक टन खान की खरीद हो चुकी है लेकिन इसकी लिफ्टिग की रफ्तार काफी कम है।
जागरण संवाददाता, नवांशहर : मंडियों में धान की खरीद तेजी से चल रही है। मंडियों में अब तक 1 लाख, 53 हजार दो सौ 81 मीट्रिक टन खान की खरीद हो चुकी है लेकिन इसकी लिफ्टिग की रफ्तार काफी कम है। पहले लिफ्टिग शैलर मालिक एक अक्टूबर से हड़ताल के कारण नहीं हो पा रही थी। जिले की मंडियों में 96 हजार 9 सौ 49 मीट्रिक टन धान मंडियों में पड़ा है।
15 अक्टूबर से शैलर मालिकों की हड़ताल खत्म हो चुकी है लेकिन धान की लिफ्टिग की रफ्तार काफी कम है। पिछले छह दिनों में जिले की सभी 29 मंडियों से केवल 56332 मीट्रिक टन धान की लिफ्टिग हो पाई है। यह कुल खरीद का केवल 37 फीसद है। बाकी का 63 फीसद धान मंडियों में ही पड़ा है।
यदि मंडियों से धान की लिफ्टिग नहीं होती है तो आने वाले दिनों में स्थितियों विकट हो सकती है। किसान तरनजीत व जरनैल सिंह ने बताया कि जगह की काफी परेशानी है। धान लाकर कहां रखा जाए यह समझ में नहीं आ रहा है। अगर धान मंडी से जल्द उठा लिया जाए तो धान गिराने की समस्या नहीं रहेगी। अवतार सिंह कहते हैं कि सरकार को लिफ्टिग करवाने में तेजी लानी चाहिए।
सबसे ज्यादा नवांशहर की मंडी में पड़ा है धान
जिले में सबसे ज्यादा नवांशहर की मंडी में धान लिफ्टिग के इंतजार में है। नवांशहर मंडी में 43513 मीट्रिक टन, बंगा में 32468 मीट्रिक टन व बलाचौर मंडी में 20968 मीट्रिक टन धान की लिफ्टिग होनी है। पनग्रेन ने की 19514 मीट्रिक टन धान की लिफ्टिग
जिले में धान खरीद करने वाले प्रमुख खरीद एजेंसी पनग्रेन ने जिले में 30590 मीट्रिक टन धान की खरीद की है, लेकिन लिफ्टिग केवल 19514 मीट्रिक टन ही कर पाई है। एफसीआी केवल 2635 मीट्रिक टन धान की लिफ्टिग कर पाई है जिले में अब तक केवल प्राइवेट खरीदारों ने ही मंडी से धान को उठाया है। मार्कफेड ने 12351 मीट्रिक टन, पनसप ने 12808 मीट्रिक टन, वेयर हाउसिग कार्पोरेशन ने 6938 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की है। प्राइवेट खरीदारों ने अब तक 2086 मीट्रिक टन धान की खरीद की है। ये खरीद धान को मंडी से लिफ्ट करवा चुके हैं।