किसानों ने भरी हुंकार, नहीं जबने दी जाएगी आवाज
किसान संगठनों की ओर से जिले के डिप्टी कमिश्नर को मांग पत्र सौंपा।
जागरण संवाददाता, नवांशहर : कुल हिद किसान संघर्ष कमेटी के आहवाहन पर जिला शहीद भगत सिंह नगर से संबंधित किसान संगठनों की ओर से देश के प्रधानमंत्री नरिदर मोदी, प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के नाम जिले के डिप्टी कमिश्नर को मांग पत्र सौंपा।
कुल हिद किसान सभा (सांभर) की ओर से राजकुमार सुज्जों, किरती किसान यूनियन पंजाब की ओर से हरमेश सिंह ढेसी, जमूहरियत किसान सभा पंजाब की ओर से कामरेड जरनैल सिंह जाफरपुर, कुल हिद किसान सभा (गुरचेतन सिंह) की ओर से कामरेड बलवीर जाडला के नेतृत्व में किसानों ने रामलीला मैदान में इकट्ठे होकर धरना देने के बाद डिप्टी कमिश्नर को मांग पत्र दिया।
उन्होंने कहा कि संविधान को खत्म किया जा रहा है अगर कुछ उच्च अदालतें ना होती तो पूरा देश ही गुलामी की ओर जा रहा था। 95 हजार करोड़ वाले अजीत पवार को क्लीनचिट जारी की गई है। उन्होंने चेतावनी दी है कि किसान मजदूरों की आवाज को और अधिक दबाने की कोशिश की गई तो संघर्ष को तेज किया जाएगा। इस मौके पर बलजिदर सिंह, भजन सिंह, जसपाल सिंह ,शादी लाल, सतपाल जगतपुर, जसविदर लाला, गुरिदर लाल, गुरमुख सिंह चरणजीत सिंह, बलदेव सिंह, जरनैल सिंह, निर्मल सिंह, कुलविदर सिंह, जसवंत सिंह आदि मौजूद थे।
नहीं दिया जा रहा किसानों की मांगो पर ध्यान : स्वतंत्र कुमार
इस मौके पर कामरेड स्वतंत्र कुमार, कामरेड मुकंदलाल, उपेंद्र सिंह राणा, दीवान सिंह, इकबाल सिंह, हरपाल सिंह जगतपुर, बलवीर सिंह ने अपने विचार पेश किए। उन्होंने कहा कि दोनों सरकारों की ओर से किसानों की जायज मांगों की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। किसान आत्महत्याएं कर रहे हैं। 70 साल के इतिहास में इस समय सबसे ज्यादा मंदी का दौर है। टाटा, मारुति तथा अन्य ऑटो उद्योग बंद होने की कगार पर खड़े हैं। बीएसएनल में छंटनी हो रही है। बेरोजगारी का कोई हल नहीं। किसान स्वामीनाथन कमीशन की रिपोर्ट को लागू करवाने के लिए प्रयत्नशील हैं। उनकी आवाज को दबाया जा रहा है।