डाक्टरों की हड़ताल पर पंजाब सरकार का रवैया अपमानजनक: पीसीएमएस एसोसिएशन
पंजाब गवर्नमेंट डाक्टर तालमेल कमेटी के आह्वान पर डाक्टरों द्वारा सोमवार को छठे पे कमिशन की सिफारिशों के खिलाफ की जा रही हड़ताल मंगलवार को भी जारी रही।
जागरण संवाददाता,नवांशहर:
पंजाब गवर्नमेंट डाक्टर तालमेल कमेटी के आह्वान पर डाक्टरों द्वारा सोमवार को छठे पे कमिशन की सिफारिशों के खिलाफ की जा रही हड़ताल मंगलवार को भी जारी रही। इस मौके पर डाक्टरों ने कहा कि पिछले दिनों मोहाली में किए गए प्रदर्शन के बाद यूनियन के नेताओं ने स्वास्थ्य मंत्री बलवीर सिंह सिद्दू के साथ बैठक की थी। बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वासन दिया था कि एक सप्ताह के भीतर ही डाक्टरों की सभी मांगों को पूरा किया जाएगा। इसके बावजूद अभी तक किसी भी मांग को पूरा नहीं किया गया है। इस दौरान डाक्टरों की ओर से प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। डाक्टरों ने कहा कि वे पिछले कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। लेकिन प्रदेश सरकार की ओर से उनके हड़ताल पर किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं आई है। इस दौरान धरने को संबोधित करते हुए पीसीएमएस एसोसिएशन के जिला प्रधान डा. निरंजन पाल , डा. सतविदर पाल सिंह व डा. अजय बसरा ने कहा कि डाक्टरों का हड़ताल कई दिनों से लगातार जारी है। लेकिन सरकार की तरफ से इस बारे में किसी प्रकार का एक्शन नहीं लिया गया है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार ने डाक्टरों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो संघर्ष को और तेज कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि डाक्टरों ने कोरोनाकाल में अपनी जान की परवाह छोड़ कर दिन रात लोगों की सेवा की। ऐसे में डाक्टरों की मांगों को लेकर प्रदेश सरकार का यह रवैया डाक्टरों को अपमानित करने जैसा लग रहा है। इस मौके पर डा. गुरपाल कटारिया, डा. नवनीत कौर, डा. रीतू, डा. अमित सुनियारा, डा. निर्मल कुमार, डा. नीना शांत, डा. परमिदर सिंह, डा. सवरनजीत कुलार, डा. बरिदर पाल, डा. हरविदर कुमार, डा. हरपिदर सिंह, डा. हरतेश पाहवा, डा. राजिदर मागो, डा. पारुल, डा. मनप्रीत आदि मौजूद रहे।