पशुपालन प्रशिक्षण के लिए काउंसलिग आज से
कोविड -19 महामारी के कारण जहां देश की अर्थ व्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ा है वहां सरकारी गतिविधियों में भी रुकावट आई है।
जागरण संवाददाता, नवांशहर
कोविड -19 महामारी के कारण जहां देश की अर्थ व्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ा है, वहां सरकारी गतिविधियों में भी रुकावट आई है। सामाजिक दूरी और जलसा न करने के नियमों के चलते डेयरी विकास विभाग की तरफ से चलने वाले प्रशिक्षण पर भी प्रभाव पड़ा है। इस रुकावट को तोड़ने के लिए डायरेक्टर डेयरी विकास विभाग करनैल सिंह के दिशा -निर्देशों के अंतर्गत विभाग की तरफ से 18 जनवरी से दूध उत्पादकों और डेयरी फार्मरों को डेयरी प्रशिक्षण देने के लिए अगला बैच शुरू किया जा रहा है, जिसकी काउंसलिग 11 जनवरी 2021 को विभाग के दफ्तर में की जाएगी। इसके बारे में डेरी विकास अफसर हरविदर सिंह ने बताया कि इस आनलाइन प्रशिक्षण प्रोग्राम में दुधारू पशुओं की खरीद से ले कर रख-रखाव, खुराक, नस्ल सुधार, देखभाल और सम्यक मंडीकरण की नवीनतम तकनीकों के बारे में जानकारी दी जाएगी। उन्होंने सभी दूध उत्पादकों और डेयरी फार्मरों से अपील की कि वह तुरंत अपने आप को प्रशिक्षण प्रोग्राम में दाखिल करवा कर विभाग की तरफ से दी जाती सहूलतें, जैसे पशु खरीदने के लिए कर्ज की सुविधा, पशुओं के शैड, सिगल रो फोडर हारवेस्टर, सेल्फ प्रोपेल्ड, फोरे•ा कटर, आटोमैटिक मिल्क डिसपैंसिग यूनिट, आटोमैटिक साइलेज बेलर -कम -रीपर मशीन और 10 देसी गायों की ़खरीद पर और 20 दुधारू पशुओं की खरीद पर 25 प्रतिशत जनरल और 33 प्रतिशत एससी के लिए सब्सिडी की सुविधा आदि का लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंधी और ज्यादा जानकारी के लिए दफ्तर डेयरी विकास अफसर, वेटनरी पालीक्लीनिक, बंगा रोड, महालों में संपर्क किया जा सकता है।