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नवांशहर में ट्रक यूनियन के दो गुटों के बीच चीनी ढोने को लेकर टकराव, शुगर मिल प्रबंधकों ने बुलाई पुलिस

नवांशहर के ट्रक यूनियन के दो गुटों के बीच माल ढोने को लेकर बुधवार को टकराव की स्थिति पैदा हो गई। एक ग्रुप की ओर से चीनी को ट्रकों में लोड किया जा रहा था तो दूसरे ग्रुप के लोग सुबह 11 बजे से मिल के बाहर इकट्ठा हो गए।

By Edited By: Published: Wed, 28 Oct 2020 05:52 PM (IST)Updated: Thu, 29 Oct 2020 10:05 AM (IST)
नवांशहर में ट्रक यूनियन के दो गुटों के बीच चीनी ढोने को लेकर टकराव, शुगर मिल प्रबंधकों ने बुलाई पुलिस
टकराव के दौरान शुगर मिल का बंद पड़ा मुख्य गेट [जागरण]

नवांशहर, जेएनएन। नवांशहर के ट्रक यूनियन के दो गुटों के बीच माल ढोने को लेकर बुधवार को टकराव की स्थिति पैदा हो गई। एक ग्रुप की ओर से चीनी को ट्रकों में लोड किया जा रहा था तो दूसरे ग्रुप के लोग सुबह 11 बजे से शुगर मिल के बाहर इकट्ठा होना शुरू हो गए। दोनों ग्रुपों में जब लोगों की संख्या बढ़ने लगी तो शुगर मिल प्रबंधन की ओर से पुलिस को सूचित किया गया जिस पर एसपी मनविंदर बीर सिंह, डीएसपी हरलीन सिंह, डीएसपी राजकुमार व तहसीलदार मौके पर पहुंच गए।

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उन्होंने दोनों गुटों को शांत करने की कोशिश की गई पर एक गुट माल को दूसरे गुट को न ढोने देने पर अड़ा रहा। आखिर में फैसला हुआ कि रविवार तक ट्रक यूनियन का कोई भी गुट माल की ढुआई नहीं करेगा। सोमवार को जिला प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी में माल खरीदने वाले व्यापारियों व दोनों ट्रक यूनियनों के बीच में बातचीत की जाएगी। जिसके बाद आगे का फैसला लिया जाएगा। मंगलवार को भी हुआ था विवाद मंगलवार को भी ऐसा विवाद हुआ था। दिल्ली के एक व्यापारी ने चीनी मिल से चीनी खरीदी थी। इस चीनी को नवांशहर से ट्रकों के जरिए लोड कर दिल्ली भेजा जाना था। ट्रकों में माल लोड करने को लेकर चीनी मिल में ट्रक आपरेटरों की दोनों यूनियनों में माल को ढोने को लेकर विवाद पैदा हो गया था।

नई यूनियन माल ढोने से रोक रही है : जगजीत सेठ

पहली यूनियन के सोसायटी के प्रधान सेठ जगजीत सिंह लाली ने कहा कि चीनी के खरीददार द्वारा माल को ढोने के लिए उनकी यूनियन से बात हुई थी। उनकी यूनियन से संबंधित ट्रकों के नंबर भी अप्रूव करके चीनी खरीददार द्वारा उन्हें मेल के जरिए भेजे गए थे। लाली ने कहा कि उनसे संबंधित सोसायटी के पास ट्रकों की संख्या अधिक है जबकि दूसरे पक्ष के पास ट्रकों की संख्या कम है। उन्होंने कहा कि नई बनी ट्रक यूनियन की ओर से उन्हें माल ढोने से रोका जा रहा है। धान की ढुआई का काम नई बनी ट्रक यूनियन की ओर से किया गया था। लाली ने कहा कि दिल्ली की ओर से माल ढोने के लिए सोमवार को ही उन्हें मेल प्राप्त हो गई थी।

हमारे पास भी है माल ढोने का अधिकार

नई बनी ट्रक यूनियन के वाइस प्रधान अजीत सिंह का कहना है कि उनके पास ट्रकों की संख्या ज्यादा हैं। यूनियन के नियमों के अनुसार पुकार में कोई भी हिस्सा ले सकता है। पुकार के जरिए गाड़ी का नंबर आ जाता है तो उसी गाड़ी को माल लोड करने का अधिकार है।

ट्रक यूनियनों को समझाया जा रहा : सुरिंदरपाल सिंह

इस संबंध में शुगर मिल के जनरल मैनेजर सुरिंदरपाल सिंह का कहना है कि इसमें शुगर मिल का कोई रोल नहीं है। दिल्ली के व्यापारी शुगर मिल से चीनी खरीदने के बाद खुद ही ट्रक यूनियनों से सम्पर्क कर करते हैं। वो खुद ही भाड़ा ट्रक यूनियनों को देते हैं। बुधवार को माल ढोने को लेकर दो ट्रक यूनियन आमने सामने आ गई हैं। जिनमें जिला प्रशासन की ओर से समझौता करवाया जा रहा है।


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