किसान संघर्ष में केंद्र के हथकंडे फेल
काठगढ़ टोल प्लाजा बछुआं पर किसानों की एक बैठक जगदीश राम की अध्यक्षता में हुई जिसमें मुख्य तौर पर कुलहिद किसान सभा के जिला उपप्रधान राणा कर्ण सिंह ने भाग लिया। उनके साथ किसान नेता सतनाम जलालपुर भी मौजूद थे।
संवाद सहयोगी, काठगढ़
टोल प्लाजा बछुआं पर किसानों की एक बैठक जगदीश राम की अध्यक्षता में हुई, जिसमें मुख्य तौर पर कुलहिद किसान सभा के जिला उपप्रधान राणा कर्ण सिंह ने भाग लिया। उनके साथ किसान नेता सतनाम जलालपुर भी मौजूद थे।
इस अवसर पर राणा कर्ण सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार कृषि कानून वापस करने की चाह तो कर रही है, परंतु घबरा भी रही है। किसान संघर्ष ने केंद्र सरकार के सभी हथकंडे फेल कर दिए हैं। सरकार यह मसला शीघ्र हल करने के आसार बना रही है।
उन्होंने कहा कि अगर 22 जनवरी को मसला हल न हुआ, तो संघर्ष और बड़ा रूप धारण कर सकता है। टोल प्लाजा पर किसानों के संघर्ष को वीरवार को 102 दिन हो चुके हैं।
सतनाम जलालपुर ने कहा कि सभी किसान बधाई के पात्र हैं। दिल्ली की चौखट पर वीरवार को 57वां दिन हो गया है, किसान फिर भी मजबूत बनकर खड़े हैं। केंद्र सरकार कारपोरेट घरानों के हाथों में खेल कर किसान की किसानी छीनना चाहती है। ऐसा नहीं हो पाएगा। अगर सरकार से समझौता न हुआ तो 23 व 24 जनवरी को दिल्ली संघर्ष में जाने के लिए गांवों में लगातार बैठकें करके बड़ा जत्था भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि किसान शांति चाहता है और सरकार को भी शांतिमय माहौल में इस मसले को खत्म कर देना चाहिए। इस अवसर पर जमकर नारेबाजी की गई।
इस अवसर पर जगदीश राम, देसराज पूर्व सरपंच, कुलविदर सिंह सरपंच, मेला राम, करनैल सिंह भल्ला, गुरमुख सिंह, जसविदर सिंह, दिलदार खान, दर्शन सिंह, चौधरी मेला राम, मोहन सिंह, संतोख सिंह, हरपाल सिंह आदि उपस्थित थे।
उधर
इस दौरान बैठक में किसानों ने संघर्ष को तेज करने के लिए 21 सदस्यीय कमेटी का गठन किया, जिसका कनवीनर राणा कर्ण सिंह को नियुक्त किया गया। अगली रणनीति 22 जनवरी को किसानों और सरकार की बातचीत के बाद तय होगी।