शहर को चौकों को निजी बस चालकों ने बनाया अड्डा
नवांशहर में बस स्टैंड होने के बावजूद बस चालकों ने अंबेडकर चौक को ही अपना अड्डा बना लिया है।
ऋषि चंद्र, नवांशहर : नवांशहर में बस स्टैंड होने के बावजूद बस चालकों ने अंबेडकर चौक को ही अपना अड्डा बना लिया है। बस चालक चौक में ही सवारियों को चढ़ाते और उतारते हैं, जिसके कारण ट्रैफिक की समस्या बनी रहती है। ऐसे बस चालकों के खिलाफ ट्रैफिक पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती, जिससे उनके हौसलें बुलंद हैं। यह समस्या सिर्फ अंबेडकर चौक की ही नहीं बल्कि नवांशहर के प्रत्येक चौक में बस चालक अपनी मनमर्जी से बस को खड़ी करके सवारियों को उतारते और बिठाते हैं। जालंधर और चंडीगढ़ से आने जाने वाली बसों को बस स्टैंड जाने के लिए कुछ मिनट लगते है इसलिए जल्दबाजी के चक्कर में वह चौक से ही सवारियां उतारते और चढ़ाते हैं। ज्यादा पैसों की लालच में निजी बस चालक 10 से 20 मिनट तक भी बसें खड़ी रखते हैं जिससे सुबह से शाम तक अन्य वाहन चालकों को परेशानी होती है।
पुलिस की नहीं करते बस चालक परवाह
आस-पास के दुकानदारों ने बताया कि इस बारे में कई बार पुलिसकर्मियों को बताया गया है, लेकिन पुलिस बस चालकों को कुछ नहीं कहती। उनका कहना है कि लोग अक्सर जाम होने के कारण इस चौक से निकलने के लिए कतराते है। चौक पर पुलिसकर्मी भी तैनात रहते हैं, बावजूद इसके बस चालकों द्वारा कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है। त्योहारों के दिनों में लगता है लंबा जाम
त्योहारों के दिनों में बस चालकों द्वारा की गई इस प्रक्रिया से शहर के सभी चौकों में काफी लंबा जाम लग जाता है जिस कारण प्रत्येक आने-जाने वाले वाहन चालक को लंबे जाम से जूझना पड़ता है। छोटे वाहनों को आने जाने में भी परेशानी होती है। लोगों का कहना है कि कानून के मुताबिक कोई भी बस चौक पर नहीं रुक सकती फिर भी सरकारी और निजी बसें अक्सर चौकों में ही सवारी को उतारते और चढ़ाते हैं। ऐसे बस चालकों पर की जाएगी कार्रवाई
डीएसपी (ट्रैफिक) दीपिका सिंह से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि कानून के मुताबिक कोई भी बस चौक में नहीं रुक सकती। प्रत्येक बस को सवारी चढ़ाने व उतारने के लिए बस स्टैंड के भीतर जाना होता है। पुलिस कर्मचारियों की तरफ से ऐसे बस चालकों के चालान किए जाते हैं। यदि फिर भी कोई बस चालक नियमों का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अब कोई भी बस चालक अपनी मनमर्जी से बस स्टैंड के बाहर से न किसी बस सवारी को अपनी बस में चढ़ा सकता है और न ही उतार सकता है।