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किताबें मिली नहीं, सरकारी स्कूल करवा रहे ऑनलाइन पढ़ाई

लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद है पर सरकारी व निजी स्कूलों की ओर से विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा रही है। सरकारी स्कूल के अध्यापक भी विद्यार्थियों को पढ़ाई करवा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 27 May 2020 10:49 PM (IST)Updated: Wed, 27 May 2020 10:49 PM (IST)
किताबें मिली नहीं, सरकारी स्कूल करवा रहे ऑनलाइन पढ़ाई
किताबें मिली नहीं, सरकारी स्कूल करवा रहे ऑनलाइन पढ़ाई

सुशील पांडे, नवांशहर : लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद है पर सरकारी व निजी स्कूलों की ओर से विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा रही है। सरकारी स्कूल के अध्यापक भी विद्यार्थियों को पढ़ाई करवा रहे हैं। यही नही प्रदेश सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से दूरदर्शन के द्वारा भी सरकारी स्कूल के बच्चों को पढ़ाया जा रहा है पर इस पढ़ाई का सिर्फ 40 प्रतिशत फायदा ही स्कूली विद्यार्थियों को मिल रहा है क्योंकि जिले में मात्र 55 फीसद किताबें ही शिक्षा विभाग विद्यार्थियों को मुहैया करवा सका है। जिले के सरकारी स्कूलों में 27 हजार बच्चे पढ़ते हैं, जिले में बुधवार तक 1 लाख 60 हजार किताबें ही आ पाई थीं।

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कोरोना से पहले भी यही था हाल

शिक्षा विभाग की ओर से मई माह के आखिरी तक मात्र 40 प्रतिशत किताबों को ही मुहैया करवाया गया है। यह पहली बार नहीं हो रहा है बल्कि हर साल यही होता है। पंजाब सरकार द्वारा मुफ्त शिक्षा स्कीम के अधीन प्राइमरी से दसवीं स्तर तक विद्यार्थियों को मुफ्त पुस्तकें मुहैया करवाई जाती हैं। हर साल बच्चे आधी-अधूरी किताबों के साथ पढ़ाई शुरू करते हैं। सेशन शुरू होने पर भी नहीं छपी किताबें

लॉकडाउन 22 मार्च के बाद से लगाया गया। एक अप्रैल से सेशन शुरू होने के बावजूद तब तक विभाग किताबों की छपाई तक नहीं करवाई गई। कोरोना के कारण तो 22 मार्च के बाद प्रिटिग प्रेस को बंद किया गया जबकि 22 मार्च तक तो 90 प्रतिशत किताबों को छप जाना चाहिए था।

नवांशहर में स्कूलों की संख्या

प्राइमरी स्कूल-424

मिडिल-106

हाई स्कूल-54

सीनियर सेकेंडरी स्कूल-51

बाक्स के लिए-

हर रोज आ रही हैं किताबें

जिला शिक्षा अधिकारी सुशील कुमार ने कहा कि हर रोज विभाग की ओर से उन्हें किताबें मिल रही हैं और इसे सभी स्कूलों में पहुंचाया जा रहा है। जहां पर विभिन्न तरीकों से विद्यार्थियों को किताबें पंहुचाई जा रही है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन तक जितनी किताबों की छपाई हो गई थी अब तक उतनी किताबें स्कूलों में पहुंचा दी गई हैं। अध्यापक घर घर बांट रहे हैं किताबें

शिक्षा विभाग की ओर से सरकारी स्कूलों में जिन किताबों को मुहैया करवाया जा रहा है वहां से अध्यापकों की ओर से घर घर विद्यार्थियों को किताबें दी जा रही हैं। इन सब्जेक्ट की पहुंची है किताबें

पहली : गणित

दूसरी : पंजाबी, गणित

तीसरी : पंजाबी, गणित

चैथी : पंजाबी, अंग्रेजी, गणित

पांचवीं : पंजाबी, अंग्रेजी, हिदी, इनवायरनमेंट

छठी : पंजाबी, विज्ञान, फिजिकल एजुकेशन, कंप्यूटर साइंस

सातवीं : साइंस, कंप्यूटर साइंस,

आठवीं : पंजाबी, हिदी, इंग्लिश ग्रामर, साइंस, कंप्यूटर साइंस

नौवीं: पांच विषयों की किताबें पहुंची

दसवीं: दो विषयों की किताबें पहुंची।


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