बंगा के दंपती करेंगे मरणोपरांत शरीर दान
मरणोंपरात अपनी इच्छा से शरीरदान करने वाले दानी सज्जन दोआबा सेवा समिति के पास अपने फार्म भर रहे हैं।
जेएनएन, नवांशहर: बंगा निवासी सुखविन्द्र कुमार गोगा (सदस्य तर्कशील सोसायटी) एवं उनकी पत्नी रूबी बंगा ने मरणोपरांत शरीरदान का फैसला किया है। दोआबा सेवा समिति के पास दंपती ने फार्म भरते हुए मरणोपरांत शरीरदान की इच्छा जताई है। इन दोनों को शरीरदान करने का पहचानपत्र सिविल सर्जन डॉ. आरपी भाटिया एवं डा. सुखविन्द्र सिंह जिला परिवार भलाई अधिकारी ने दिया। इस दौरान सिविल सर्जन ने कहा कि सुखविन्द्र कुमार गोगा एवं रूबी बंगा का मरणोपरांत शरीरदान करने का लिया गया फैसला सराहनीय है।
उन्होंने दोआबा सेवा समीति की ओर से किए जा रहे सेवा कार्यो की भी सराहना की। किसी व्यक्ति द्वारा मरणोपरांत किया गया शरीर दान मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों के लिए कारगर साबित होता है।
इस मौके पर सुखविन्द्र कुमार गोगा एवं रूबी बंगा ने कहा कि उन्हें शरीरदान करने की प्रेरणा तर्कशील सोसायटी के विचारों से मिली है। संस्था के महासचिव रत्न कुमार जैन ने कहा कि यह फैसला दूसरों के लिए प्रेरणा बनेगा।
इस मौके पर शाईन कुमार, बलजिन्द्र सिंह सदस्य तर्कशील सोसायटी पंजाब एवं मुकंद लाल जनरल सैक्रेटरी पंजाब पैंशनर यूनियन नवांशहर, जगत राम जिला मास मीडीया अधिकारी, समाज सेवक हुसन लाल आदि उपस्थित थे। इसके अलावा दोआबा सेवा समिति के उपाध्यक्ष यशपाल सिंह हाफिजाबादी व रत्न कुमार जैन ने संयुक्त रुप से बताया कि शुक्रवार को 83वें व 84वें बॉडी डोनेशन का पहचान पत्र शरीर दानियों को संस्था की ओर से दिया गया है। रतन जैन ने बताया कि इन्होंने सरकारी मेडिकल कॉलेज अमृतसर का शरीर दान का फार्म भरा हैं।