बैंक मैनेजर ने लिमिट बढ़ाने का झांसा देकर किसान से ठगे 13.40 लाख रुपये
एचडीएफसी के बैंक मैनेजर गोपाल ¨सह की ओर से एक और बड़ी धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है।
जासं, नवांशहर : एचडीएफसी के बैंक मैनेजर गोपाल ¨सह की ओर से एक और बड़ी धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। पिछले डेढ़ महीने में बैंक मैनेजर पर तीसरा धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। बैंक मैनेजर गोपाल ¨सह ने औड़ में तैनाती के दौरान इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया। उसने किसाने को लिमिट बढ़ाने का झांसा देकर चेक ले लिए और खाते से साढ़े तेरह लाख रुपये उड़ा लिया। उसने तरकीब ऐसी लगाई कि रुपये निकलने की जानकारी होने बाद भी किसान को समझ नहीं आया कि उसके साथ ठगी हुई है। बैंक मैनेजर खन्ना का रहने वाला है। गोपाल ¨सह ने महिरम पुर निवासी जस¨वदर ¨सह के साथ 13.40 लाख रुपये की ठगी की है। जस¨वदर ¨सह ने इस संबंध में एसएसपी से शिकायत की थी। शिकायत के छह महीने बाद पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज किया है। शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच ईओ ¨वग व डीएसपी (हेक्वार्टर) ने की। जांच में पाया गया कि बैंक मैनेजर ने जस¨वदर ¨सह से चेक लेकर उसपर उसके साइन करवा लिए और पीछे अपने साइन कर बैंक से 13.40 लाख रुपये निकलवा लिए।
जस¨वदर ¨सह ने बताया कि गोपाल ¨सह जब औड़ बैंक में तैनात था तब उसके घर आया और कहा कि वह उसके बैंक लिमिट को बढ़वा देगा, जबकि जस¨वदर ¨सह ने उससे बैंक में कहा था कि वह अपनी लिमिट खत्म करवाना चाहता है। गोपाल ने बड़ी चालाकी से जस¨वदर ¨सह को अपनी बातों में उलझाया और कहा कि वह उस पर लगने वाले ब्याज को कम करवा देगा। टर्म लोन भी खत्म हो जाएगा। इससे फायदा उन्हें होगा। बैंक की ओर से ये अधिकार उसके पास है। जस¨वदर ¨सह बैंक की इस ब्रांच से पिछले तीस साल से जुड़े थे और वे उसकी बातों में आ गए। उसने बड़ी चालाकी से उन्हें यह बताया कि उनके खाते से रुपये बैंक में ट्रांसफर होंगे इसका भी उन्हें मैसेज आएगा। यह मैसेज चक्कदाना ब्रांच से आएगा। 24 मई को गोपाल ¨सह ने जस¨वदर ¨सह के चेक को अपने ब्रांच में कैश करवाने की बजाए चक्कदाना ब्रांच से कैश करवाया। इसके तीन चार हफ्ते बाद उन्हें मालूम चला कि गोपाल ¨सह ने उनके साथ ठगी की है। जस¨वदर ¨सह ने बताया कि गोपाल ¨सह से उनकी बाद में बात हुई तो उसने उनके चार लाख रुपये वापस कर और कहा कि वह बाकी रुपये भी वापस कर देता, लेकिन इसके बाद उसका कुछ पता नहीं है।
जस¨वदर ¨सह कहते हैं कि जिस प्रकार इस ठगी को किया गया है। बैंक के अन्य कर्मचारी भी इसमें शामिल हैं। इसके अलावा गोपाल ¨सह पर कई मामले दर्ज हो चुके हैं। इसके बावजूद अभी तक उसे गिरफ्तार नहीं किया गया। एफआइआर भी महीनों जांच के बाद दर्ज हुई है। बताया जा रहा है कि आरोपित के खिलाफ और भी मामले दर्ज हो सकते हैं।
22.35 लाख रुपये की ठगी के दो मामले हो चुके हैं दर्ज
गोपाल ¨सह द्वारा बुजुर्ग जनरैल ¨सह के एफडी पर खुद ही लिमिट बना कर उसके खाते से 14.35 लाख रुपये दूसरे के खाते में ट्रांसफर कर धोखाधड़ी का मामला दर्ज है। आरोपित ने खुद चेकों पर अपने साइन कर रुपये निकलवा लिए थे। जनरैल ¨सह की एफडी पर खुद ही जाली दस्तखत करके लिमिट बनवा दी। बाद में बैंक मैनेजर ने पिछले साल 8 व 9 जनवरी को केसर ¨सह, रणजीत ¨सह व मंजीत कौर के खातों में 14.35 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद आरोपित ने उक्त लोगों के चैकों पर खुद ही जाली साइन करके ये रुपए निकलवाए थे। इस संबंध में 7 दिसंबर 2018 को एफआइआर नंबर 20 दर्ज है। इसके बाद आरोपित के खिलाफ दूसरा मामला 11 जनवरी को औड़ थाना में ही किसान जनरैल ¨सह के साथ आठ लाख रुपये की ठगी करने का मामला दर्ज हो चुका है। गोपाल ¨सह ने किसान के खाते से रुपये अपनी पत्नी के अकाउंट में ट्रांसफर करवा लिया। इसके अलावा पौन दो लाख रुपये अकाउंट में जमा ही नहीं करवाए।
जल्द गिरफ्तार होगा आरोपित:जांच अधिकारी
मामले की जांच कर रहे एएसआई निर्मल ¨सह बताते हैं कि आरोपित को पकड़ने के लिए छापामारी की जा रही है, जल्द ही आरोपित को गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि खन्ना स्थित उसके घर पर छापामारी के दौरान घर पर ताला लगा हुआ था। आरोपित के खिलाफ थाने में दो मामले दर्ज हो चुके हैं।