आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना लोगों के लिए वरदान : सिवल सर्जन
डीसी डा. शेना अग्रवाल के दिशा निर्देशों के अंतर्गत सिविल सर्जन ने सेहत बीमा योजना के फायदे गिनाए।
जागरण संवाददाता, नवांशहर :
डीसी डा. शेना अग्रवाल के दिशा निर्देशों के अंतर्गत सिविल सर्जन डा. गुरदीप सिंह कपूर की योग्य नेतृत्व में जिले में आयुष्मान भारत सेहत बीमा योजना के तहत योग्य लाभार्थियों के ई -कार्ड तेजी के साथ बनाए जा रहे हैं।
वहीं इस बारे में सिविल सर्जन डा. गुरदीप सिंह कपूर ने बताया कि नवांशहर, बलाचौर, बंगा, औड़, कटवारा, लोहाट, राहों, महालों और सनावा में रविवार को योग्य लाभार्थियों के ई-कार्ड बनाए गए। उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना के अंतर्गत ई-कार्ड बनाने का काम तेजी से किया जा रहा है। इसके तहत योग्य लाभार्थियों के शतप्रतिशत ई कार्ड बनाए जाने हैं। इसके तहत लाभार्थी के पूरे परिवार का पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में किया जाता है। उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना में साल 2011 में किए गए सामाजिक व आर्थिक जाति गणना सर्वे में आने वाले सभी लाभार्थी, नीले कार्डधारक, श्रम विभाग के रजिस्टर्ड निर्माण मजदूर, पंजाब मंडी बोर्ड के साथ रजिस्टर्ड किसान और छोटे व्यापारी शामिल किये गए हैं, जिनको सालाना पांच लाख रुपये का मुफ्त इलाज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कंपनी की तरफ से ई-कार्ड बनाने के लिए मामूली फीस ली जाती है। लाभार्थी को अपना कोई भी पहचान पत्र साथ लाना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से लोगों को जहां उच्च सेहत सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं, वहीं जरूरतमंद लोगों की सुविधा के लिए चल रही सरबत सेहत बीमा योजना बड़े स्तर पर लाभदायक साबित हो रही है। सरबत सेहत बीमा योजना का मंतव्य पैसों की कमी के कारण कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति इलाज से वंचित न रहे। डा. गुरदीप सिंह कपूर ने बताया कि सरबत सेहत बीमा योजना के अंतर्गत सरबत के जरूरतमंद लोगों को करोड़ों रुपये की मुफ्त इलाज सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं।
डा. कपूर ने जिला निवासियों से अपील की कि जिन लाभार्थियों ने अभी तक इस योजना के अंतर्गत अपना ई-कार्ड नहीं बनवाया, वे पंजाब सरकार की तरफ से चलाई जा रही विशेष मुहिम दौरान यह कार्ड कामन सर्विस सेंटर, सेवा केंद्र या गांवों में लगाए जा रहे विशेष कैंपों में पहुंच कर अपना कार्ड जरूर बनवाएं।