Move to Jagran APP

लिफाफे मिलने पर रेहड़ी वालों पर लगाया 200 रुपये जुर्माना

बंगा में रेहड़ी वालों पर शिकंजा कसते हुए प्लास्टिक के लिफाफे बेचने वालों के खिलाफ प्रशासन द्वारा मुहिम चलाई जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Feb 2020 11:48 PM (IST)Updated: Wed, 26 Feb 2020 11:48 PM (IST)
लिफाफे मिलने पर रेहड़ी वालों पर लगाया 200 रुपये जुर्माना
लिफाफे मिलने पर रेहड़ी वालों पर लगाया 200 रुपये जुर्माना

जेएनएन,बंगा : बंगा में रेहड़ी वालों पर शिकंजा कसते हुए प्लास्टिक के लिफाफे बेचने वालों के खिलाफ प्रशासन द्वारा मुहिम चलाई जा रही है। बुधवार को मुख्य मार्ग पर प्रशासन द्वारा सब्जी व फल फ्रूट की रेहड़ी लगाने वालों द्वारा प्लास्टिक के लिफाफे प्रयोग करने पर 200 रूपये जुर्माना वसूल किया गया व उनके लिफाफे जब्त कर लिए गए । सेनेटरी सुपरवाइजर दीपमाला ने बताया कि सभी दुकानदारों को पहली बार चेतावनी दी जाती है, दूसरी बार 200 रूपये जुर्माना व तीसरी बार 500 रूपये जुर्माना किया जाता है। चौथी बार एक हजार रूपये तक का जुर्माना लगाया जाता है व उनके लिफाफे जब्त कर लिए जाते हैं। जिन रेहड़ी वालों के चालान काटे गए हैं उन में से एक रेहड़ी लगाने वाले बिट्टू ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि प्लास्टिक के लिफाफे बनाने वाले या फिर शहर में होलसेल का प्लास्टिक के लिफाफे का धंधा करने वालों पर शिकंजा कसना चाहिए ।प्रशासन को भी छोटे रेहड़ी वाले ही हर काम में दोषी नजर आते हैं । उसने कहा कि उनका तो मेहनत करके दो टाइम की रोटी कमाना भी दुर्लभ हो गया है। सारा दिन में वो लोग 200 रूपये भी नही कमा नहीं पाते हैं और एक ही पल में नगर कौंसिल के कर्मचारी 200 रूपये का जुर्माना करके चले गए जबकि यह शिकंजा होलसेल वालों पर ही कसना चाहिए अगर उनके पास लिफाफे नहीं होंगे तो हम कहां से लाएंगे।रेहड़ी वालों ने प्रशासन से यह मांग की है कि जहां से लिफाफे आते हैं उन पर रोक लगाई जाए ना कि लिफाफे प्रयोग करने वालों पर कोई कारवाई की जानी चाहिए। शहर में सर्वे कर रही टीम में जसविदर सिंह, सेनेटरी सुपरवाइजर दीपमाला,रमन कुमार,संजीव कुमार आदि मौजूद रहे।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.