सतर्कता से ही टलेगा कोरोना का खतरा
कोविड-19 के खतरे से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए एडीसी अदित्य ने बैठक की।
जेएनएन, नवांशहर: कोविड-19 के खतरे से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए और जिले की रणनीति को और मजबूत करने के लिए एडीसी आदित्य उप्पल और सिविल सर्जन ने जिले के समूह सीनियर मेडिकल अफसर, प्रोग्राम अफसरों की बैठक सिविल सर्जन दफ्तर में की।
एडीसी अदित्य उप्पल ने बताया कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए जिला प्रशासन, सेहत विभाग और पुलिस विभाग की ओर से पूरे प्रयास कर रहा हैं। उन्होंने आशा वर्करों को कहा कि उनकी तरफ से किया जा रहे सर्वे के दौरान मिलने वाले बुखार, खांसी और जुकाम वाले लोगों की रिपोर्ट एसएमओ को भेजनी यकीनी बनाई जाए। यदि ऐसा कोई मरीज ध्यान में आता है तो एसएमओ को तुरंत रैपिड रिस्पांस टीम भेजकर जांच करवाई जाए।़
एसएमओ रैपिड रिस्पांस टीम ने चेक किए व्यक्ति की रिपोर्ट रोजाना जिला हेडक्वॉर्टर में भेजना यकीनी बनाई जाए। सिविल सर्जन डॉ. राजिदर प्रसाद भाटिया ने बताया कि कोविड-19 के खतरे को मुख्य रखते हुए जिला अस्पताल नवांशहर में 100 आइसोसेलशन बेड, गुरु नानक अस्पताल ढाहां कलेरां में 50 बेड का आइसोलेशन, केसी कालेज नवांशहर में 400 बेड का क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। उन्होंने लोगों से अपील की कि कोरोना महामारी से बचने के लिए लोग अपने घरों में ही रहें। ये रहे मौजूद
इस अवसर पर एसडीएम नवांशहर जगदीश सिंह जौहल, गौतम जैन एसडीएम बंगा, डॉ. बलविदर सिंह सहायक सिविल सर्जन, डॉ. सुखविदर सिंह जिला परिवार भलाई अफसर, डा. हरविदर सिंह, डॉ. कुलदीप राय, डॉ. राजरानी, डॉ. बलजीत कौर, डॉ. गजदीप सिंह, जगत राम, डॉ. हरविदर सिंह, डॉ. नरिदर कुमार, डॉ. रविदर ठाकुर व डॉ. ऊषा आदि उपस्थित थे।