हल्की बारिश से मौसम में उमस बढ़ी, लोग हुए परेशान
उमस भरी गर्मी के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। पिछले कई दिनों से तापमान तो 36 डिग्री के आसपास ही स्थिर है पर उमस के कारण लोगों को चिपचिपी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता,नवांशहर:
सोमवार को आसमान में पूरे दिन बादल छाए रहे। जिसके कारण लोगों में जोरदार बारिश की उम्मीद जगी रही। सुबह 9 बजे जब हलकी बारिश शुरू हुई तो लगा कि मूसलाधार बारिश होगी जिससे मौसम सुहावना हो जाएगा। लेकिन मात्र कुछ मिनट के बाद ही बारिश रूक गई। जिसके बाद मौसम में उमस बढ़ गई। उमस भरी गर्मी के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। पिछले कई दिनों से तापमान तो 36 डिग्री के आसपास ही स्थिर है पर उमस के कारण लोगों को चिपचिपी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कभी कभी हो रही थोड़ी सी बारिश ने मौसम में उमस को और बढ़ा दिया है। कृषि खोज केंद्र लंगड़ोया की तरफ से जानकारी देते हुए बताया गया कि अगले सप्ताह तक लगातार बारिश के आसार हैं। हर रोज बारिश होने की संभावना है। इस दौरान अधिकतम तापमान 36 डिग्री पर टिका रहेगा। बाक्स के लिए- बरसात के मौसम में खाने पीने का रखें खास ध्यान -इस बारे में डा.गुरपाल कटारिया ने कहा कि इस मौसम में हल्का व शीघ्र पचने वाला आहार लेना चाहिए। जिससे पाचन तंत्र अच्छी तरह काम करता रहे। इस मौसम में छीलके वाली मूंग की दाल का सेवन करना उत्तम होगा। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता से पूर्ण व शक्तिवर्धक है। साग-सब्जी, फल अच्छी तरह धोकर प्रयोग में लाना चाहिए। खान-पान में तोराई, लौकी आदि का सेवन करना फायदेमंद रहेगा। जबकि फलों में आम व जामुन का सेवन लाभदायक है। बरसात के मौसम में गरिष्ठ भोजन, तले हुए चटपटे स्वाद वाले पदार्थों का सेवन करने से परहेज करना चाहिए। अति आहार, अति व्यायाम, रात्रि जागना, बारिश में भींगने व खुली आकाश में सोने से बचना चाहिए.
-बरसात के मौसम में बच्चे व बुजुर्ग ज्यादा बीमार होते हैं। इसलिए उनकी देखभाल की जरूरत भी ज्यादा है। बच्चों के शरीर में बीमारी जल्दी घर कर जाती है। बच्चों में बीमारियों से लड़ने की रोग प्रतिरोधक क्षमता बड़ों की अपेक्षा काफी कम होती है। -बरसात की बीमारियां - खुजली, दाद, सर्दी, खांसी, उल्टी, वायरल बुखार, मलेरिया, डेंगु, टायफाइड, पीलिया, हैजा आदि हो सकती हैं।