कोरोना से पांच की मौत, 108 पाजिटिव
नवांशहर जिले में कोरोना का कहर जारी है। बुधवार को भी कोरोना के कारण पांच लोगों की मौत हुई है और 108 मरीज पाजिटिव आए हैं। वहीं अभी तक एक से तीन मार्च तक कोरोना के कारण 11 लोगों की मौत हो चुकी है और 258 लोग पाजिटिव आ चुके हैं।
जागरण संवाददाता, नवांशहर
जिले में कोरोना का कहर जारी है। बुधवार को भी कोरोना के कारण पांच लोगों की मौत हुई है और 108 मरीज पाजिटिव आए हैं। वहीं अभी तक एक से तीन मार्च तक कोरोना के कारण 11 लोगों की मौत हो चुकी है और 258 लोग पाजिटिव आ चुके हैं।
बुधवार को ब्लाक मुकंदपुर की 42 वर्षीय युवती की मौत सरकारी अस्पताल पटियाला में, ब्लाक मुज्जफरपुर के 72 वर्षीय व्यक्ति की मौत शहर के निजी अस्पताल में, ब्लाक मुकंदपुर के 85 वर्षीय व्यक्ति की मौत लुधियाना के अस्पताल में, ब्लाक मुज्जफरपुर के 56 वर्षीय व्यक्ति की मौत शहर के निजी अस्पताल में और ब्लाक मुकंदपुर की 60 वर्षीय महिला की मौत डीएमसी लुधियाना में हुई। यह जानकारी सर्जन डा. जीके कपूर ने दी है।
उन्होंने बताया है कि अभी तक जिले में 4363 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और इनमें से 3467 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं अभी तक कुल 123 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। जिले में इस समय 780 एक्टिव केस हैं। अभी तक जिले में 1,32,321 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं। वहीं अभी तक 4794 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।
बुधवार को मुज्जफरपुर से 20, नवांशहर से 19, बंगा से 16, बलाचौर से 14, सड़ोआ व सुज्जों से 12-12, मुकंदपुर से 8 व राहों से 7 केस पाजिटिव आए हैं।
------------
सेवा केंद्रों में रजिस्ट्रेशन की सुविधा
जागरण संवाददाता, नवांशहर
जिले में कोविड-19 टीकाकरण के तीसरे पड़ाव के अंतर्गत 60 साल से ऊपर उम्र के व्यक्तियों और गंभीर रोगों से पीड़ित 45 से 59 साल तक की उम्र के व्यक्तियों के टीकाकरण का काम चल रहा है। ऐसे व्यक्तियों की सुविधा के लिए उनकी आनलाइन पोर्टल 'कोविन 2.0' पर रजिस्ट्रेशन का काम जिले के समूह सेवा केंद्रों में भी शुरू किया गया है। यह जानकारी डीसी डा. शेना अग्रवाल ने दी है। उन्होंने बताया उपरोक्त वर्ग से संबंध रखता कोई भी व्यक्ति सेवा केंद्र में 30 रुपये फैसीलीटेशन फीस देकर कोविड टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकता है। 60 साल से पर उम्र के व्यक्तियों को अपनी उम्र के सुबूत के तौर पर कोई भी फोटो पहचान पत्र लाना होगा, जबकि रोगों से पी़िजत 45 से 59 साल तक की उम्र वाले व्यक्तियों को इस संबंधी रजिस्टर्ड मेडिकल प्रेक्टिशनर का सर्टिफिकेट लाना जरूरी होगा। यह सेवा इसलिए शुरू की गई है, ताकि अस्पतालों में मौके पर रजिस्ट्रेशन के दौरान भीड़ न हो और इंतजार से बचाव हो सके।