डॉ. उप्पल का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज
डीएवी कॉलेज के अर्थशास्त्र विभाग के मुखी डॉ. आरके उप्पल का नाम वर्ल्ड बुक में शआमिल किया गया।
संवाद सूत्र, मलोट (श्री मुक्तसर साहिब)
डीएवी कॉलेज के अर्थशास्त्र विभाग के मुखी डॉ. आरके उप्पल ने दस सालों में यूजीसीआइ, सीएसएसआर तथा आइआइपीए न्यू दिल्ली द्वारा दिए खोज के सात मुख्य प्रोजेक्टों पर काम पूरा कर लिया है। उनकी बहुत ही शानदार रिपोर्ट आई है। यह सभी प्रोजेक्ट उन्होंने ने भारती बैकिग प्रणाली में सुथार करने के लिए तथा इस को समय का हानी बनाने के लिए पूरा किया।
डॉ. उप्पल ने अपने प्रोजेक्ट में यह महत्तवपूर्ण लक्ष्य रखा है कि किस ढंग से भारतीय बैकिग प्रणाली अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बैंकों का सामना कर सकती है तथा किस ढंग से समय का हानी बन सकती है। उन्होंने भारत के गांवों में ई बैकिग का विस्थार करने लिए तथा बैंक ग्राहकों को ज्यादा से ज्यादा सहूलियत देने लिए भारतीय बैंकिग को तरीके बताए व सुझाव दिए। आज कल भारती बैकिग प्रणाली में जो परिवत्रन हो रहे है उनमें दन प्रोजेक्टों की खास देन है। प्रोजेक्टों के परिणाम नीति बनाने वाले लिए योजना बनाने लिए बैकों तथा बैंक अधिकारियों के लिए बहुत लाभदायक है। इन प्रोजेक्टों की महत्ता को देखते वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड यूके ने डॉ. उप्पल का नाम इसमे शामिल किया है। उन्होंने डॉ. उप्प्ल को सार्टीफिकेट भी जारी कर दिया है। इस शानदार प्राप्ति पर दोस्तों ने उप्पल को बधाई दी है।
डॉ. उप्पल ने बताया कि इस प्राप्ति से डीएवी कॉलेज ही नहीं ब्लकि मलोट शहर का नाम भी रोशन हुआ है।