जबरदस्ती वसूली के खिलाफ किया जाएगा संघर्ष : मजदूर नेता
माइक्रो फायनांस कंपनियों की तरफ से जबरदस्ती किश्तें भरवाने के विरोध में गांवों में मजदूर एकजुट होने लगे है।
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब : माइक्रो फायनांस कंपनियों की तरफ से जबरदस्ती किश्तें भरवाने के विरोध में गांवों में मजदूर एकजुट होने लगे है। इसी कड़ी के तहत खेत मजदूर यूनियन की तरफ से गांव बरकंदी में फायनांस कंपनी की तरफ से जबरदस्ती किश्तें वसूलने, बेघर तथा जरूरतमंद परिवारों को प्लाट, बारिशों के कारण गिर रहे मकानों की पड़ताल करवाकर उन्हें ग्रांट जारी करवाने, आटा दाल स्कीम के बंद किए कार्डो को शुरू करवाने आदि मांगों को लेकर बैठक की गई। पंजाब खेत मजदूर यूनियन के नेता जसविदर सिंह संगूधौन ने कहा कि रिजर्व बैंक की तरफ से कहा गया है कि 31 अगस्त तक किसी भी तरह के कर्जे की किश्तों को ना वसूला जाए। इसके बावजूद भी प्राइवेट फायनांस कंपनियों के कारिदों की तरफ से गांवों में जाकर महिलाओं को धमकाया जा रहा है तथा किश्तें ना भरने की एवज में घर का सामान उठाकर ले जाने की धमकियां तक दी जा रही है। जिस कारण महिलाएं घर का सामान बेचकर किश्तें भर रही हैं। यूनियन के नेताओं ने प्रशासन से मांग की है कि इन प्राइवेट फायनांस कंपनी वालों को ऐसा करने से रोका जाए नहीं तो वह इनके खिलाफ संघर्ष करेंगे। इस मौके पर सुखविदर सिंह, गुरमीत सिंह, बलतेज सिंह, काला सिंह, सरबजीत कौर, गुरविदर कौर, शीला रानी आदि उपस्थित थे।