पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप के लिए विद्यार्थियों ने की हड़ताल
पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम को पूरी तरह से लागू करवाने लड़कियां की पीएचडी तक मुफ्त शिक्षा और ऐतिहासिक इमारतों की देखरेख के लिए विद्यार्थियों ने वीरवार को जिले के कई कॉलेजों में हड़ताल की।
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब : पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम को पूरी तरह से लागू करवाने, लड़कियां की पीएचडी तक मुफ्त शिक्षा और ऐतिहासिक इमारतों की देखरेख के लिए विद्यार्थियों ने वीरवार को जिले के कई कॉलेजों में हड़ताल की। रीजनल सेंटर, सरकारी कॉलेज, आईटीआई सराएनागा में इसका असर देखने को मिला।
पंजाब स्टूडेंट यूनियन के राज्य सचिव गगन संग्रामी ने कहा कि प्रदेश की शिक्षक संस्थाओं में जत्थेबंदी की तरफ से हड़ताल रखी गई थी। बिकने की कगार पर खड़ी शिक्षण संस्थाएं तथा विद्यार्थियों ने इसका पूरा समर्थन करते हुए सरकार के खिलाफ विरोध प्रकट किया। पीएसयू के जिला प्रधान सुखमंदर कौर, सेक्रेटरी सतवीर कौर ने कहा कि सरकारी शिक्षण संस्थाओं के निजीकरण के तहत प्राइवेट किया जा रहा है। इस कारण बहुत सारे विद्यार्थी पढ़ाई से दूर हो रहे हैं। नेताओं ने कहा कि पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम को अगर पूरी तरह से लागू किया जाए, तो इससे दलित विद्यार्थियों की फीस माफी ओबीसी बीसी ओबीसी वर्ग के छोटे व्यापारी, छोटे दुकानदार, छोटे किसानों के बच्चों की फीस माफ हो सकती है, लेकिन स्कीम को पोर्टल पर नहीं लाया जा रहा। लड़कियों को समाज में पढ़ने की कई तरह की रुकावटों की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लड़कियों को पढ़ाने के लिए जगह लड़के को पढ़ाने को पहल की जाती है। इसलिए जरूरी है कि उनकी पूरी फीस माफ की जाए। विद्यार्थियों ने सरकार से मांग की है कि ऐतिहासिक इमारतों को बचाने की थी, क्योंकि मोदी सरकार इशारे पर पंजाब सरकार भी इतिहास को खत्म करने में लगी हुई है। फिरोजपुर में भगत सिंह के साथियों के गुप्त टिकाना तूड़ी बाजार हो, जलियांवाला बाग, कोटला निहंग खान की इमारत रोपड़ जो कि संघर्ष का प्रतीक रही है, जिनसे युवाओं को बहुत कुछ सीखने से मिलता है। उनकी सार संभाल की जाए। छात्र नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को पंजाब सरकार ने नहीं मानी तो आने वाले दिनों में संघर्ष और तेज किया जाएगा।