जीवन में उल्लास, ऊर्जा व प्रसन्नता भर देता है प्रेम
प्रदीप रश्मि ने एसएस जैन सभा मलोट में श्रद्धालुओं से कहा कि प्रेम सबसे बड़ी नेमत है।
संवाद सूत्र, मलोट, (श्री मुक्तसर साहिब)
प्रदीप रश्मि ने एसएस जैन सभा मलोट में श्रद्धालुओं से कहा कि जीवन में प्रेम का बड़ा महत्व है। प्रेम जीवन में उल्लास ऊर्जा व प्रसन्नता भर देता है । इसलिए महापुरुषों ने कहा है कि सब जीवो से प्रेम करो। जितना तुम्हारे भीतर प्रेम की मात्रा कम होगी, उतना ही तुम्हारा सुख भी कम होगा। जितना प्रेम का फैलाव ज्यादा होगा उतना तुम्हारा सुख भी ज्यादा होगा।
आज इंसान के जीवन में प्रेम का पौधा मुरझा गया है। इसलिए इंसान दुखी जीवन जी रहा है। सुख पाने के लिए अपने हृदय में सब के प्रति प्रेम का फैलाव करना होगा। उन्होंने कहा आज इंसान किसी को भी सच्चे दिल से प्रेम क्यों नहीं कर पा रहा है क्योंकि उसके हृदय में संकीर्णत स्वार्थ व अमैत्री की भावना भरी हुई । जिसके हृदय में प्रेम भरा होता है वह कभी किसी जीव को दुखी नहीं कर सकता है। भगवान महावीर राम नानक बुध ने कभी किसी को दुखी नहीं किया पीड़ित नहीं किया। उनका ह्रदय प्रेम व मैत्री की किरणों से भर चुका था। वह जीवों को आत्मवत समझने लग गए थे। प्रेम का मतलब ही यह है कि दूसरे को अपने समान समझना, आत्मवत। जब तुम सबको आत्मवत् समझोगे फिर तुम कभी किसी को पीड़ा नहीं दे सकोगे। कभी किसी की निदा नहीं कर सकोगे। कभी किसी का अपमान नहीं कर सकोगे ।कभी किसी को मार नहीं सकोगे ।कभी किसी का मांस नहीं खा सकोगे। जब तुम सबको आत्मवत् समझने लगोगे तब तुम सारे अस्तित्व के साथ ऐसा व्यवहार करोगे जैसा अपने साथ करते हो। तब सारा अस्तित्व तुम्हारे साथ भी वैसा ही व्यवहार करेगा।
इस अवसर पर एसएस जैन सभा के प्रधान प्रवीण जैन, कोषाध्यक्ष रमेश जैन, सुभाष जैन, राजन जैन, बिहारी लाल जैन, विजय कुमार जैन, दर्शन कुमार जैन, लाली गगनेजा हरमेश कुमार, सुनील गर्ग सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित थे।