भगवान राम की शिक्षाएं मुक्ति का मार्ग : शम्मी चावला
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब भगवान श्रीराम ने आदर्श जीवन व्यतीत किया। उनकी जीवन धारा व शिक्ष्
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब
भगवान श्रीराम ने आदर्श जीवन व्यतीत किया। उनकी जीवन धारा व शिक्षाएं संसार के लिए मार्गदर्शक हैं। इन शिक्षाओं पर चलकर ही जन्म व मरण के बंधन से मुक्त हुआ जा सकता है। परमात्मा को प्राप्त किया जा सकता है। यह बात गांधी नगर स्थित संत मंदिर (डेरा संत बाबा बग्गू भगत, सांझा दरबार) में श्रीरामनवमी पर संगत को प्रवचन करते हुए गद्दीनशीन भगत शम्मी चावला महाराज ने कही। उन्होंने बताया कि नौवें दिन माता सिद्धिदात्री की पूजा होती है। माता सिद्धिदात्री अपने भक्तों के कार्य सिद्ध करती है और दुखों का नाश करती है। माता की पूजा करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और सुखी ¨जदगी मिलती है। श्रीरामनवमी पर सभी श्रद्धालुओं को यह प्रण करना चाहिए कि वे अपनी ¨जदगी में किसी को भी दुख नहीं पहुंचाएंगे और गरीब व्यक्ति की मदद करेंगे।
डेरा कमेटी के चीफ ऑर्गेनाइजर जगदीश राय ढोसीवाल ने बताया कि सत्संग के दौरान भगत जी के सुपुत्र गगनदीप चावला समेत बड़ी संख्या में स्थानीय व बाहरी श्रद्धालु मौजूद थे। रोजाना की तरह आज भी माता रानी के रूप में कन्या पूजन किया गया। शम्मी महाराज की ओर से माता रानी की आरती उतारी गई। अरदास के उपरांत बाबा बग्गू भगत जी का भंडारा वितरित किया गया।