फीस भरने के लिए बनाया जा रहा दबाव
कोरोना महामारी के कारण बीते कई माह से स्कूल कॉलेज बंद हैं।
संवाद सूत्र, दोदा (श्री मुक्तसर साहिब)
कोरोना महामारी के कारण बीते कई माह से स्कूल, कॉलेज बंद हैं तथा विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा रही है। आर्थिक मंदी के कारण माता-पिता भी फीसें भरने में असमर्थ नजर आ रहे हैं। बावजूद इसके कुछ स्कूलों, कॉलेजों वाले विद्यार्थियों से पूरी फीस वसूलने के लिए अड़े हुए हैं तथा विद्यार्थियों को बार-बार फोन करके कॉलेज फीस अदा करने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
बाबा फरीद ग्रुप आफ इंस्टीच्यूटशन दयोन जिला बठिडा के करीब दो दर्जन विद्यार्थियों जिनमें बठिडा, फरीदकोट तथा मुक्तसर से संबंधित विद्यार्थी थे ने गांव गुरुसर में कॉलेज प्रबंधक कमेटी के खिलाफ नारेबाजी करके टियूशन फीस के अलावा अन्य फीसें देने में असमर्थता जाहिर करते हुए कहा कि सभी मध्यम वर्गीय परिवारों से संबंधित है तथा कोरोना महामारी के कारण उन्हें अधिक नुकसान हुआ है तथा उनके माता-पिता फीसें नहीं भर सकते। कॉलेज की तरफ से उनको बार-बार फोन कर परेशान किया जा रहा है फीसें न भरने के अगले सेमेस्टर में प्रमोट न करने तथा भारी जुमाने लगाने की धमकियां दी जा रही है। उन्होंने पंजाब सरकार तथा पंजाब हरियाणा कोर्ट से मांग की है उनको राहत देते हुए कॉलेज को सिर्फ ट्यिूशिन फीसें वसूलने के आदेश दिए जाए जिससे की विद्यार्थी अपनी पढ़ाई जारी रख सके।
शिक्षा मंत्री विजय सिगला ने कहा कि वह स्कूल फीसें माफ करवाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। अब कॉलेज के विद्यार्थियों की भी फीस माफ करने के लिए प्रयास करेंगे। कॉलेज के चेयरमैन गुरमीत सिंह धालीवाल ने कहा कि उनकी संस्था प्राइवेट है तथा उनके खर्च भी पहले की तरह ही है तथा उनकी फीसों संबंधी कोई नई हिदायत सरकार या कोर्ट से प्राप्त नहीं हुई। उन्होंने कहा कि कुछ विद्यार्थियों की तरफ से सोशल मीडिया पर इस तरह की पोस्टें डालें जा रही है। जिन्हें बुधवार को बातचीत के लिए बुलाया गया है तथा बैठक कर उनकी समस्याओं का हल किया जाएगा।