गांव छत्तेआना में मनाया प्रकाशोत्सव, संगत को गुरु चरणों से जोड़ा
पहली पातशाही श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाशोत्सव को समर्पित गांव छत्तेआना में लोकल कमेटी की तरफ से समूह नगर निवासियों के सहयोग से मनाया गया।
संवाद सूत्र, गिद्दड़बाहा (श्री मुक्तसर साहिब) : पहली पातशाही श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाशोत्सव को समर्पित गांव छत्तेआना में लोकल कमेटी की तरफ से समूह नगर निवासियों के सहयोग से मनाया गया। गांव के डेरा बाबा अमरदास में श्री अखंड पाठ साहब के भोग डाले गए। इस मौके रागी जत्थे की तरफ से साहब श्री गुरु नानक देव जी की शिक्षाएं व उपदेशों पर चलने के लिए प्रेरित करते हुए कीर्तन करके संगत को गुरु चरणों के साथ जोड़ा।
इस मौके फूलों के साथ सजी हुई पालकी में सुशोभित श्री गुरु ग्रंथ साहब जी के आगे संगत ने नतमस्तक हो कर खुशियां प्राप्त की।
लोकल समिति की तरफ से गांव के जंमपल और होने हार शख्सियत डा. परविंदर सिंह मंगेड़ा ( ज्योति) पुत्र मास्टर नछत्तर सिंह रिटा. प्राथमिक शिक्षा अफसर को सिरोपा और यादगारी चिन्ह देकर सम्मानित किया।
वर्णन योग्य है कि परविंदर सिंह मंगेड़ा डीएम डिग्री में पूरे भारत में से पहला स्थान हासिल करके सोने का तमगा प्राप्त किया था। वह मोगा में एमडी मेडिटेशन और हार्ट सर्जन के तौर पर लोगों की सेवा कर रहे हैं। इस मौके डा. परविंदर सिंह मंगेड़ा ने समूह नगर का धन्यवाद करते कहा कि उनको मान है कि वह छत्तेआना के हैं और गांव के लोगों की पहल के आधार पर सेवा के लिए हर समय उपस्थित रहते हैं। उन्होंने कहा कि नगर निवासियों की सेवा करके उसे एक अलग सकून और खुशी मिलती है। इस मौके पर गुरु का अटूट लंगर बांटा वितरित किया गया। इस मौके पर लोकल समिति सदस्यों के इलावा बड़ी संख्या में संगत उपस्थित थी।