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अनदेखी पर भड़के फार्मासिस्ट, नारेबाजी

गांव विकास तथा पंचायत विभाग के अधीन बीते 14 वर्षों से ठेके पर कार्य कर रहे रूरल फार्मेसी अधिकारियों का अपनी सेवाओं को रेगुलर करवाने के लिए जिला परिषद दफ्तर में चल रहा धरना वीरवार को 21वें दिन में शामिल हो गया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 Jul 2020 10:57 PM (IST)Updated: Fri, 10 Jul 2020 06:15 AM (IST)
अनदेखी पर भड़के फार्मासिस्ट, नारेबाजी
अनदेखी पर भड़के फार्मासिस्ट, नारेबाजी

संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब : गांव विकास तथा पंचायत विभाग के अधीन बीते 14 वर्षों से ठेके पर कार्य कर रहे रूरल फार्मेसी अधिकारियों का अपनी सेवाओं को रेगुलर करवाने के लिए जिला परिषद दफ्तर में चल रहा धरना वीरवार को 21वें दिन में शामिल हो गया। इस अवसर पर फार्मासिस्टों ने पंचायत मंत्री तथा वित्त मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। रूरल फार्मेसी अधिकारी एसोसिएशन के जिला प्रधान ने कहा कि पंजाब सरकार की उनकी मांगों को अनदेखा कर रही है। सरकार की इसी नीति से परेशान होकर बीते दिन फिरोजपुर के फार्मासिस्ट रवि कुमार ने जहर पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की। इस घटनाक्रम के बाद पंजाब के समूह फार्मासिस्ट तथा दर्जा चार मुलाजिमों में गुस्सा है। नेताओं ने कहा कि पंचायत मंत्री की रिहायश कादियां में हल्ला बोल रैली की जाएगी। धरनाकारियों का आरोप है कि सरकार उनको बीते 21 दिनों से अनदेखा करके फार्मासिस्ट विरोधी रवैया अपनाया हुआ है। इस मौके पर प्रधान मनजिदर सिंह, उपप्रधान गुरदेव सिंह, सचिव चरणजीत सिंह, अशोक कुमार, बलकार सिंह, गुरबाज सिंह, कुलवीर कौर, प्रधान परमपाल सिंह, रणजीत सिंह, राज कुमार, दिलराज सिंह, रिषीपाल सिंह, गुरप्रीत सिंह, दयाल कौर, संमीता, सचिव अनिल कुमार आदि उपस्थित थे।

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