भजनों से श्रद्धालुओं को किया निहाल
इस अवसर पर आचार्य प्रवर द्वारा प्रस्तुत नी मैं नचना मेया दे नाल सतगुरु में तेरी पतंग मेया की कृपा जिस पे हो जाए समय का पहिया चलता है आदि भजनों पर भगतों को नाचने पर मजबूर कर दिया। इस मौके पर आचार्य प्रवर ने प्रचवन देते हुए कहा कि आज देश का प्राणी जिस दौर से गुजर रहा है उसमें औपचारिकता तथा दिखावा करने की जरुरत नहीं है अपितु ²ढ़ निश्चय करने की जरुरत है ताकि तनाव वातावरण समाप्त हो। संतजनों ने हमेशा मानव कल्याण की दिशा में मनुष्य को संमार्ग अपनाकर चलने की प्रेरणा दी परंतु कई लोग ऐसी शिक्षाओं को सुना-अनसुना कर देते हैं। उन्होंने कहा कि सत्संग में भाग लेने वाले मनुष्य भाग्यशाली होते हैं।
संवाद सूत्र, गिद्दड़बाहा (श्री मुक्तसर साहिब)
आचार्य प्रवर दिव्यानंद सूरीश्वर महाराज (निराले बाबा) के पावन सानिध्य में स्थानीय रूप नगर स्थित रमेश छाबड़ा के निवास पर माता पद्यावती देवी चौकी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आचार्य प्रवर द्वारा प्रस्तुत नी मैं नचना मेया दे नाल, सतगुरु में तेरी पतंग, मेया की कृपा जिस पे हो जाए, समय का पहिया चलता है आदि भजनों पर भक्तों को नाचने पर मजबूर कर दिया। इस मौके पर आचार्य प्रवर ने प्रचवन देते हुए कहा कि आज देश का प्राणी जिस दौर से गुजर रहा है उसमें औपचारिकता तथा दिखावा करने की जरुरत नहीं है अपितु ²ढ़ निश्चय करने की जरुरत है ताकि तनाव वातावरण समाप्त हो। संतजनों ने हमेशा मानव कल्याण की दिशा में मनुष्य को सन्मार्ग अपनाकर चलने की प्रेरणा दी परंतु कई लोग ऐसी शिक्षाओं को सुना-अनसुना कर देते हैं। उन्होंने कहा कि सत्संग में भाग लेने वाले मनुष्य भाग्यशाली होते हैं। जो जीव प्रभु का नाम नहीं लेता वह मोह माया में ही उलझ कर रह जाता है। वह पशु के समान है।
इस मौके पर रमेश छाबड़ा, कृष्ण गोयल, ईश्वर चंद, बिहारी लाल जैन, सतीश सिगला, विजय कुमार, श्रवण कुमार जैन, करण गोयल, वीरेंद्र गर्ग, प्रदीप कुमार, सुरेंद्र गोयल, अशोक जैन, सुरिदर बांसल, बब्बू ग्रोवर, संदीप अरोड़ा, अशोक कुमार जैन, रजनी वधवा, सिमरन, चांदनी बतरा, संतोष रानी, सुशीला रानी, ज्ञान चंद मोगा आदि उपस्थित थे।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप