संगत को गुरु इतिहास का जानकारी दी
फोटो संख्या 14/15 जागरण संवाददाता श्री मुक्तसर साहिब श्री गुरु गोबिद सिंह जी की अंतिम लड़ाई में शहीद हुए 40 मुक्तों की याद में शहीदी दिहाड़ा श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस शहीदी दिवस के संबंध में 2 मई को गुरुद्वारा शहीद गंज साहिब में अखंड पाठ आरंभ हुए थे जिसके भोग शनिवार को डाले गए। इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर पवित्र सरोवर में स्नान किया और गुरु ग्रंथ
जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब
श्री गुरु गोबिद सिंह जी की अंतिम लड़ाई में शहीद हुए 40 मुक्तों की याद में शहीदी दिवस श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस संबंध में 2 मई को गुरुद्वारा शहीद गंज साहिब में अखंड पाठ आरंभ हुए थे जिसके भोग शनिवार को डाले गए। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पवित्र सरोवर में स्नान किया और गुरु ग्रंथ साहिब के आगे नतमस्तक हुए। तीन मई की रात को गुरुद्वारा टुट्टी गंढी साहिब में कीर्तन दरबार हुआ जिसमें हरिमंदिर साहिब के हजूरी रागी भाई सतिदर बीर सिंह, भाई जगदीप सिंह तथा कथावाचक गुरजीत सिंह ने अपनी हाजिरी लगवाई। गुरुद्वारा तंबू साहिब में धार्मिक दीवान सजाए गए जिसमें ढाडी जत्थों ने संगतों को गुरु इतिहास के बारे में जानकारी दी। ग्रंथी की ओर से शहीदों के जीवन पर प्रकाश भी डाला गया और उनके जीवन से सेध लेकर गुरु के लिए मर मिटने को अपील की गई। संगत के लिए ठंडे-मिठे जल की छबीले लगाई गई।
इस मौके पर विधायक रोजी बरकंदी, अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह, अकाली नेता मनजिदर सिंह बिट्टू, हीरा सिंह चड़ेवान, मैनेजर बलदेव सिंह, हैड ग्रंथी बलविदर सिंह, मित्त सिंह बराड़, सरुप सिंह नंदगढ़ आदि उपस्थित थे।
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