शक्ति प्रदान करने वाली है मां दुर्गा
संवाद सूत्र, श्री मुक्तसर साहिब स्वामी दिव्यानंद गिरि ने मां दुर्गा की महिमा बताते हुए कहा कि मां
संवाद सूत्र, श्री मुक्तसर साहिब
स्वामी दिव्यानंद गिरि ने मां दुर्गा की महिमा बताते हुए कहा कि मां दुर्गा जगत माता हैं। जगत माता होने के चलते इन्हें मां जगदंबा भी कहा गया है। मां दुर्गा की मान्यता इसलिए ज्यादा महान है कि क्योंकि उन्हें ब्रहमा, विष्णु और महेश्वर तीनों ही देव पूजते हैं। दिव्यानंद जी ने ये विचार श्री रघुनाथ मंदिर में आयोजित वार्षिक माघ महात्म एवं ज्ञान भक्ति सत्संग कार्यक्रम के दौरान शनिवार को प्रवचनों की अमृतवर्षा करते हुए कहे।
उन्होंने कहा कि अन्य देवों का जन्म दिन वर्ष में सिर्फ एक बार ही मनाया जाता है। जैसे महाशिवरात्रि, श्री रामनवमी, श्री कृष्ण जन्माष्टमी आदि सभी पर्व वर्ष में एक बार आता है लेकिन मां का पर्व वर्ष में 18 बार मनाया जाता है। छह-छह महीने के अंतराल में नौ-नौ दिन नवरात्रों के रुप में मां का पूजन होता है क्योंकि मां सभी को शक्ति प्रदान करने वाली देवी हैं।
दिव्यानंद जी ने कहा कि मां दुर्गा ही ब्रह्मा को सृष्टि रचने की, विष्णु को पालन करने की तथा भगवान शंकर को संहारिनी शक्ति प्रदान करती है। नवरात्र इसलिए ही मनाए जाते हैं कि क्योंकि दैवीय शक्ति महान है। स्वामी जी ने कहा कि सूर्य में चमक, चंद्र में शीतलता, अग्नि में दहक के रुप में मां ही शक्ति रुप में समाई है। दुनिया की सभी चीजों को चलाने वाली वही एकमात्र शक्ति ही है। सभी चीजें शक्ति के प्रभाव से ही चलती हैं। इस दौरान स्वामी जी के शिष्य नितिश कुमार शर्मा परिवार ने महाराज जी को खुद तैयार किया राधा-कृष्ण का मनमोहक चित्र भेंट किया। इस दौरान मंदिर प्रांगण सद्गुरु देव महाराज के जयकारों से गूंज उठा।