ईमानदार किताब घर को सौंपी 200 पुस्तकें
पर्बतारोही व नेहरु युवा केंद्र के यूथ कोआर्डिनेटर जगजीत सिंह मान व बठिडा के पुस्तक प्रेमी राम सिंह महल द्वारा मुक्तसर के गुरु गोबिद सिंह पार्क में चल रहा ईमानदार किताबघर के लिए करीब दो सौ किताबें भेंट की है। मान ने बताया कि पुस्तक पाठकों के हाथ तक पहुंचानी बहुत मुश्किल परंतु अहम कार्य है। इसके लिए वह गांवों व शहरों में चल रहे किताबघरों को पुस्तकें भें
संवाद सूत्र, श्री मुक्तसर साहिब
पर्वतारोही व नेहरु युवा केंद्र के यूथ कोआर्डिनेटर जगजीत सिंह मान व बठिडा के पुस्तक प्रेमी राम सिंह महल द्वारा मुक्तसर के गुरु गोबिद सिंह पार्क में चल रहा ईमानदार किताबघर के लिए करीब दो सौ किताबें भेंट की है। मान ने बताया कि पुस्तक पाठकों के हाथ तक पहुंचानी बहुत मुश्किल परंतु अहम कार्य है। इसके लिए वह गांवों व शहरों में चल रहे किताबघरों को पुस्तकें भेंट करते रहते है।
उनके द्वारा भेंट की पुस्तकों में तर्गनेव की, गुजार सिंह संधू , चमन लाल की, बलवंत गारदी के नाटक, बाबा नाजमी का कलाम, संपूर्ण पाश कवि, केएल गर्ग द्वारा अनुवादित नावल सुनहरी टाहनी, गीत, बाल कहानियां सहित अन्य महंगी व अहम पुस्तकें शामिल है। किताबघर के मुख्य प्रबंधक गुरसेवक सिंह प्रीत ने बताया कि यह किताबघर दूसरे वर्ष में दाखित हो गया है। इस किताबघर से कोई भी पाठक बिना मेंबरशिप के पुस्तक प्राप्त कर सकता है व पढ़कर वापस कर सकता है, यदि रखनी चाहे तो रख सकता है। उन्होंने बताया कि अब तक प्रो: लोक नाथ, डॉ. परमजीत सिंह ढींगरा, हरजिदर सूरेवालिया, प्रो: नछत्तर सिंह खीवा, जगजीत सिंह मुकसरी सहित बहुत से लेखकों द्वारा पुस्तकें भेंट की जा चुकी है।