Move to Jagran APP

डिगियों में पानी की बजाए मिट्टी व घास फूस

सरबजीत ¨सह, श्री मुक्तसर साहिब नहरी विभाग द्वारा सफाई व मरम्मत के कारण रजबाहे में 22 जनवरी को लगाई

By JagranEdited By: Published: Wed, 07 Feb 2018 07:16 PM (IST)Updated: Wed, 07 Feb 2018 07:16 PM (IST)
डिगियों में पानी की बजाए मिट्टी व घास फूस
डिगियों में पानी की बजाए मिट्टी व घास फूस

सरबजीत ¨सह, श्री मुक्तसर साहिब

loksabha election banner

नहरी विभाग द्वारा सफाई व मरम्मत के कारण रजबाहे में 22 जनवरी को लगाई पानी की बंदी बुधवार को 14वें दिन में प्रवेश कर गई है। हालांकि नहरी विभाग और पेयजल विभाग शहर में निरंतर जलापूर्ति किए जाने के भरसक दावे करते हुए थकते दिखाई नहीं दे रहे है जबकि शहर में पानी की भारी किल्लत है। लोग दुकानों और ड्यूटी के बाद शाम को बाल्टियों व बड़े बड़े ड्रमों में आस पास के क्षेत्रों को पानी भरते हुए दिखाई देने लगे हैं।

विभाग की दो छोटी व बड़ी डिग्गियों में आधे से ज्यादा मिंट्टी भरी हुई है और घास फूस उगा हुआ है। 2008 के बाद छोटी दो डिग्गियों की सफाई दो बार हो चुकी है लेकिन वह भी आधे से ज्यादा मिंट्टी से ही भरी हुई है। वही दो बड़ी डिग्गियां वर्ष 2008 से ही सफाई को तरस रही है। डिग्गियों की सफाई नियमित हो तो पानी स्टोरेज की क्षमता एक माह तक बढ़ाई जा सकती है।

दूर-दराज से लोग पानी लाने के मजबूर

दूर दराज के अलावा ऐसे क्षेत्र हो रहे है, जहां जमीनी पानी न पीने योग्य है और न ही घरेलू प्रयोग के लाइक, ऐसे में इन क्षेत्रों के लोगों को आस-पास के क्षेत्रों से पानी भरकर लाना पड़ रहा है। जिससे ऐसे क्षेत्र किसी मारुस्थल की तरह प्रतीत होने लगे है। नहरी विभाग ने रजबाहे पर बांध बनाकर पेयजल विभाग के लिए रजबाहे में कुछ फीट पानी की सप्लाई शुरु तो कर दी है। परंतु इसके साथ ही बंदी को बिना सोचे समझे आगामी 11 फरवरी तक बढ़ा दिया है। अर्थात बंदी अब करीब एक महीना भर जारी रहेगी। ऐसे में उक्त क्षेत्र के लोगों का हाल बुरा हो सकती है।

इनसेट

हालात के ले रहे हैं जायजा : एक्सईएन

पेयजल विभाग के एक्सईएन आरके गुप्ता ने पहते तो कहा कि सप्लाई दी जा रही है। परंतु जब डिग्गियों की सफाई न होने कारण स्टोरेज क्षमता कम होने और दूर दराज के क्षेत्र सप्लाई से महरुम रहने की बात कहीं गई तो उनका कहना था कि सफाई भी शुरु कर देंगे, फिलहाल वह स्थिति संबंधी अभी विभाग से जायजा लेते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.