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स्वच्छता सर्वेक्षण कभी भी, अभी गंदगी से मुक्त नहीं मुक्तसर

भारत सरकार का स्वच्छ सर्वेक्षण 4 जनवरी से शुरू हो चुका है। जिसके लिए राज्य के सभी जिलों में सर्वेक्षण के बाद उन्हें नंबर देकर स्थान दिए जाएंगे। मुक्तसर में किसी भी समय स्वच्छ सर्वेक्षण की टीम पहुंच सकती है। लेकिन इसके लिए नगर कौंसिल बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। बीते वर्ष में मुक्तसर राज्य में 36वें स्थान पर आया था। लेकिन इस बार नगर कौंसिल उससे नीचे का नंबर नहीं, बल्कि उपर का नंबर लेने की ताक में है, जिस कारण अभी तक भी सफाई नहीं करवा रही है। ि

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Jan 2019 05:52 PM (IST)Updated: Sun, 20 Jan 2019 05:52 PM (IST)
स्वच्छता सर्वेक्षण कभी भी, अभी गंदगी से मुक्त नहीं मुक्तसर
स्वच्छता सर्वेक्षण कभी भी, अभी गंदगी से मुक्त नहीं मुक्तसर

सरबजीत ¨सह, श्री मुक्तसर साहिब : भारत सरकार का स्वच्छ सर्वेक्षण 4 जनवरी से शुरू हो चुका है। जिसके लिए राज्य के सभी जिलों में सर्वेक्षण के बाद उन्हें नंबर देकर स्थान दिए जाएंगे। मुक्तसर में किसी भी समय स्वच्छ सर्वेक्षण की टीम पहुंच सकती है। लेकिन इसके लिए नगर कौंसिल बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। बीते वर्ष में मुक्तसर राज्य में 36वें स्थान पर आया था। लेकिन इस बार नगर कौंसिल उससे नीचे का नंबर नहीं, बल्कि उपर का नंबर लेने की ताक में है, जिस कारण अभी तक भी सफाई नहीं करवा रही है। शिअद व कांग्रेस के नेताओं की आपसी खींचतान के कारण यहां पर कोई भी कार्य नहीं हो पाया है। कुछ समाजसेवी इस कार्य में आए। लेकिन वह भी हाथ खड़े कर चलते बने। शहर की स्वच्छता पर राजनीति इस कदर भारी रही कि जो कार्य नगर कौंसिल ने शुरू किए थे वह ठप हो गए। अब प्रशासन ने शहर में से पॉलीथिन हटाने के लिए लगातार रविवार को सफाई मुहिम शुरू की हुई है। लेकिन फिर भी शहर के अलग अलग हिस्सों में गंदगी का बोलबाला है।

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दीये तले अंधेरा हो रहा सच साबित

दीये तले अंधेरे वाली बात को साबित करती मुक्तसर नगर कौंसिल के समक्ष बनी मार्केट में गंदगी है। जहां पर सफाई नहीं हो रही है, लोग इस स्थान पर गंदगी फेंक देते हैं। जिन्हें नगर कौंसिल रोकने में असमर्थ है। इसके अलावा माई भाई हेरिटेज पार्क के नजदीक, सब्जी मंडी, गोनियाना रोड पर गंदगी की भरमार है।

इन बातों पर होता है सर्वेक्षण

शहर में होने वाला सर्वेक्षण विभिन्न मुद्दों पर आधारित होता है। जिसमें रात की सफाई, बस स्टैंड की सफाई, खाद बनाने के लिए पिट तैयार करने, लोगों को जागरूक करना, डंप बनाने, पेट्रोल पंप पर शौचालय तैयार करवाने, स्वच्छता एप चलाना, स्कूल व कॉलेज में स्वच्छता क्लब तैयार करवाने, पॉलीथिन पर बैन, डस्टबिन लगवाने, शहर में पोस्टर लगाकर जागरूक करना, कम्यूनिटी शौचालय बनाने, कूड़ा बिखेरने वालों को जुर्माना करना, लोगों को स्वच्छ सर्वेक्षण शुरू होने की जानकारी देना शामिल है।

दुकानदारों से उलझे सेनेटरी इंस्पेक्टर

सफाई अभियान को लेकर नगर कौंसिल के सेनेटरी इंस्पेक्टर द¨वदर ¨सह घास मंडी चौक के दुकानदारों से उलझ पड़े। दुकानदारों को गीला व सूखा कूड़ा अलग अलग करने की नसीहत देते हुए द¨वदर ¨सह इस कदर गर्म हो गए कि उन्हें कहने लगे कि सानू तनख्वाह केहड़ा तुहाड़ी जेब चो आऊंदी आ, असीं ता कम्म मर्जी नाल ई करना।

ईओ से कर सकते हैं मेरी शिकायत

उधर, सेनेटरी इंस्पेक्टर का कहना था कि उन्होंने किसी को कुछ नहीं कहा। यदि किसी को लगता है कि उन्होंने ऐसा किया तो वह ईओ को शिकायत कर दें। सफाई के संबंध में उनका कहना था कि वह तो लगे हुए हैं। लेकिन लोग फिर से गंदगी फैला देते हैं।


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