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सेवा केंद्र मुलाजिमों ने मांगा पांच माह का वेतन

जागरण टीम, गिद्दड़बाहा/मलोट (श्री मुक्तसर साहिब) बीते पांच माह से वेतन ना मिलने से गुस्साए विधायक

By JagranEdited By: Published: Mon, 09 Apr 2018 05:59 PM (IST)Updated: Mon, 09 Apr 2018 05:59 PM (IST)
सेवा केंद्र मुलाजिमों ने मांगा पांच माह का वेतन
सेवा केंद्र मुलाजिमों ने मांगा पांच माह का वेतन

जागरण टीम, गिद्दड़बाहा/मलोट (श्री मुक्तसर साहिब)

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बीते पांच माह से वेतन ना मिलने से गुस्साए विधायक अम¨रदर ¨सह राजा व¨ड़ग के हलके गिद्दड़बाहा के 17 तथा डिप्टी स्पीकर अजायब ¨सह भट्टी के हलके मलोट के करीब 35 मिलाकर कुल 52 सेवा केंद्रों के कर्मियों ने सोमवार धरना दिया। इस दौरान मुलाजिमों ने जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपनी भड़ास निकाली। इस हड़ताल के चलते सेवा केंद्र बंद रहने से काम करवाने के लिए आने वाले लोगों को खासा परेशान होते देखा गया, क्योंकि कल रविवार था। इस कारण लोग आज बड़ी संख्या में अपने काम करवाने के लिए केंद्रों पर पहुंचे थे। उधर, गिद्दड़बाहा के कोर्ट कांप्लेक्स के सेवा केंद्र के सामने धरने पर बैठे मुलाजिमों को संबोधित करते हुए सेवा केंद्र यूनियन के नेता जगमोहन ¨सह ने कहा कि उन्हें बीते 5 महीने से वेतन नहीं मिला है। जिस कारण उन्हें अपने घर परिवार का पालन-पोषण करने के साथ ही बच्चों की पढ़ाई के साथ ही अन्य खर्च को लेकर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कोई समाधान ना होते देख मजबूरीवश यूनियन द्वारा संघर्ष करना पड़ रहा है। इसके अंतर्गत आज सभी सेवा केंद्रों को बंद करते हुए कलमछोड़ हड़ताल शुरू की गई है। उन्होंने सख्त लहजा दिखाते हुए कहा कि जब तक उन्हें बीते पांच माह का बकाया वेतन नहीं दे दिया जाता। वह तब तक कलमछोड़ हड़ताल को लगातार जारी रखेंगे। इसके बावजूद भी यदि सरकार ने उनकी मांगों को अनदेखा किया तो संघर्ष को तेज करते हुए रोष रैलियों के साथ ही भूख हड़ताल तक की जाएगी। यूनियन द्वारा नायब तहसीलदार म¨नदर ¨सह को पंजाब सरकार के नाम एक मांग पत्र देते हुए वेतन जारी करवाने की मांग की गई। इस अवसर पर प्रधान हरदीप ¨सह, गगनदीप ¨सह, को-आर्डिनेटर जसदीप कौर, मनदीप कौर, परीना, जगजीत ¨सह, जरनैल ¨सह, अंग्रे•ा ¨सह व सोनू शर्मा समेत अन्य भी मौजूद थे।

मलोट में मुलाजिमों ने सौंपा एसडीएम को ज्ञापन

मलोट में सेवा केंद्रों के मुलाजिमों ने एसडीएम को मांगपत्र सौंपते हुए सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि यदि हड़ताल के दौरान किसी कोआर्डिनेटर, ऑपरेटर रनर या एसडीई को नौकरी से बर्खास्त किया गया तो वह त्यागपत्र देने से पीछे नहीं हटेंगे। इसलिए हमें बकाया वेतन दिलाकर इंसाफ दिया जाए। इस मौके पर संजीव कुमार, सुखबीर, याद¨वदर ¨सह, कुलदीप, गुर¨बदर ¨सह, सुख¨वदर ¨सह, अमन, सुधीर व गुर¨बदर समेत अन्य भी मौजूद थे। उधर, बाद दोपहर भरोसा मिलने के बाद मलोट के सेवा केंद्रों के मुलाजिमों ने हड़ताल समाप्त कर दी थी। गौरतलब है कि जिले भर के 135 कर्मचारियों को बीते पांच माह से वेतन नहीं मिल पाया है। जिस कारण अधिकतर कर्मचारी लोन ले रहे हैं। सेवा केंद्रों के जिला मैनेजर ने खुद अपने लिए डेढ लाख रुपये का लोन अप्लाई किया हुआ है।


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