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मां का दूध बच्चे के लिए अमृत : सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डा. रंजू सिगला ने बताया कि सेहत व परिवार भलाई विभाग की ओर से सेमिनार करवाया गया.

By JagranEdited By: Published: Mon, 02 Aug 2021 10:18 PM (IST)Updated: Mon, 02 Aug 2021 10:18 PM (IST)
मां का दूध बच्चे के लिए अमृत : सिविल सर्जन
मां का दूध बच्चे के लिए अमृत : सिविल सर्जन

संवाद सूत्र, श्री मुक्तसर साहिब

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सिविल सर्जन डा. रंजू सिगला ने बताया कि सेहत व परिवार भलाई विभाग द्वारा सात अगस्त तक मां के दूध की महत्ता संबंधी जागरूकता सप्ताह मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस सप्ताह का मुख्य मकसद गर्भवती माताओं, दूध पिलाती महिलाओं व आम जनता को मां के दूध के फायदे बारे जागरुक किया गया।

उन्होंने कहा कि मां का दूध अमृत समान है। जो बच्चे जनम से लेकर कम से कम दो साल तक मां का दूध पीते है तो वह दूसरे बच्चों के मुकाबलों कम बीमार होते हैं। बच्चे के शारीरिक व दिमागी विकास के लिए मां का दूध बहुत जरूरी है। मां का दूध पिलाने से बच्चे तंदरुस्त रहते हैं।

जिला परिवार भलाई अधिकारी डा. किरनदीप कौर ने कहा कि जन्म के बाद पहले छह माह तक बच्चों को सिर्फ मां का दूध पिलाना चाहिए व ओर कुछ भी नहीं देना चाहिए।

इस मौके पर दीपक कुमार, सुखमंदर सिंह, विनोद खुराना, सुदीप कुमार, सुरिदर सिंह, शिवपाल सिंह, गगनदीप कौर आदि भी उपस्थित थे। --------------------

मां के दूध की महत्ता बताई संवाद सहयोगी, फरीदकोट

ब्लाक के मे वैक्सीन स्टोर में मां के दूध की महत्ता के संबंध म ंजागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया। बीईई डा. प्रभदीप सिंह चावला ने कहा कि मां का दूध बच्चों के लिए अमृत के समान है। बच्चो के जन्म उपरांत पहले घंटो में ही मां का पहला गाढ़ा पीला दूध बच्चे को देना चाहिए जिससे बच्चे को बीमारियों के साथ लड़ने की भरपूर सकती मिल सके। बच्चे को पहले 6 महीने सिर्फ माँ का दूध ही देना चाहिए।


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