ट्रैक्टर ट्रॉली चालक ने रची थी लूट की साजिश
आंखों में मिर्ची डालकर एक सप्ताह पहले सात लाख 30 हजार रुपये की हुई लूट के मामले को हल करते हुए जिला पुलिस ने तीन लोगों को काबू किया है। जबकि आरोपितों से लूटे गए 5 लाख 76 हजार रुपये भी बरामद किए हैं। इस पूरी घटना का मास्टर माइंड ड्राइवर डेढ़ माह पहले ही आढ़ती के पास नौकरी पर आया था। जोकि रातो रात अमीर बनने के सपने देखता था। गौरतलब है कि बीती 26 नवंबर की रात को अरनीवाला शेख सुभान निवासी ड्राइवर चरणजीत ¨सह व कंडक्टर हरजीत ¨सह मुक्तसर की अनाज मंडी से नरमे के 7 लाख 30 हजार रुपये लेकर जा रहे थे।
जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब
आंखों में मिर्ची डालकर एक सप्ताह पहले सात लाख 30 हजार रुपये की हुई लूट के मामले को हल करते हुए पुलिस ने तीन लोगों को काबू किया है। आरोपितों से लूटे गए 5 लाख 76 हजार रुपये भी बरामद किए हैं। इस पूरी घटना का मास्टर माइंड ड्राइवर डेढ़ माह पहले ही आढ़ती के पास नौकरी पर आया था जोकि रातो रात अमीर बनने के सपने देखता था। 26 नवंबर की रात को अरनीवाला शेख सुभान निवासी ड्राइवर चरणजीत ¨सह व कंडक्टर हरजीत ¨सह मुक्तसर की अनाज मंडी से नरमे के 7 लाख 30 हजार रुपये लेकर जा रहे थे। उन्होंने पुलिस को बताया था कि गांव चकशेरेवाला के आगे पांका रोड पर सीटी 100 मोटरसाइकिल पर दो व्यक्ति आए। जिन्होंने उनसे हाथापाई करते आंखों में मिर्ची डालकर पैसे छीन लिए थे। जाते हुए मोटरसाइकिल भी वहीं छोड़ गए थे। पुलिस को शुरुरू में ही यह मामला संदिग्ध लगा था। एसएसपी मनजीत ¨सह ढेसी ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि उन्होंने जब ड्राइवर चरणजीत ¨सह से पूछताछ करते हुए उसकी काल डिटेल चेक की तो पूरा मामला साफ हो गया। उसने अपने दूसरे साथियों को फोन किया था जिसके आधार पर ही पुलिस ने उनके एक दूसरे साथी बूटा ¨सह को पकड़ा। जिसने पूरा मामला खोलकर रख दिया। पुलिस ने उनके तीसरे साथी जगसीर ¨सह उर्फ राम ¨सह निवासी अरनीवाला शेख सुभान को भी काबू कर लिया। जिनसे पुलिस ने 5 लाख 76 हजार रुपये की राशि भी बरामद कर ली। पुलिस मोटरसाइकिल का भी पता लगाने में लगी है कि आखिर वह किसका है जोकि लूट के दौरान इन लोगों ने मौके पर ही छोड़ दिया था। इस मौके पर एसपी इकबाल ¨सह, डीएसपी (डी) जसमीत ¨सह व थाना लक्खेवाली प्रभारी हरजीत ¨सह भी मौजूद थे। इनसेट
प्लानिंग कर दिया वारदात को अंजाम
चरणजीत ¨सह ने बताया कि वह करीब डेढ़ माह पहले ही अरनीवाला निवासी बाबू राम के पास ड्राइवर आया था। इससे पहले वह भट्ठे पर काम करता था। एक दिन उसका साथी बूटा ¨सह उसके साथ बाबू राम की दुकान पर गया था। दोनों ने देखा कि सेठ के पैसे काफी आते हैं। चरणजीत ¨सह ने बताया कि उसने अपने गांव के ही बूटा ¨सह व जगसीर ¨सह के साथ मिलकर लूट से दस दिन पहले इसकी योजना बनाई थी। जिस दिन वह पैसे लेने आया था उसने अपने दोस्तों को बता दिया था कि कहां पर कब पहुंचेंगे। वह फोन पर उसके साथ रहे और इस घटना को अंजाम दे दिया जबकि कंडक्टर हरजीत ¨सह को इसकी कानो कान खबर नहीं हुई।