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किसानों ने दो घंटे तक बैंक स्टाफ को बनाया बंधक

फोटो संख्या 29. 30 संवाद सूत्र गिद्दड़बाहा (श्री मुक्तसर साहिब) बैंकों की ओर से किसानों को कर्ज देते समय लिए गए खाली चेक वापस लेने की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन एकता-उग्राहा ने शुक्रवार को शहर के सहकारी बैंक का घेराव कर डाला। इस दौरान किसानों ने जमकर नारेबाजी भी की। किसानों ने छह घंटे बैंक का घेराव करने के साथ ही दो घंटे तक बैंक के कर्मियों को भी बंधक बनाकर रखा। गिद्दड़बाहा के नायब तहसीलदार गुरमेल सिंह के साथ हुई बैठक व उनकी ओर से दिए आश्वासन व एक सप्ताह में उनकी मांग पूरी करने के भरोसे के बाद किसानों ने धरना

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Mar 2019 07:03 PM (IST)Updated: Fri, 22 Mar 2019 07:03 PM (IST)
किसानों ने दो घंटे तक बैंक स्टाफ को बनाया बंधक
किसानों ने दो घंटे तक बैंक स्टाफ को बनाया बंधक

संवाद सूत्र, गिद्दड़बाहा (श्री मुक्तसर साहिब)

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बैंकों की ओर से किसानों को कर्ज देते समय लिए गए खाली चेक वापस लेने की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन एकता-उगराहा ने शुक्रवार को शहर के सहकारी बैंक का घेराव किया। इस दौरान किसानों ने जमकर नारेबाजी भी की।

किसानों ने छह घंटे बैंक का घेराव करने के साथ ही दो घंटे तक बैंक के कर्मियों को भी बंधक बनाकर रखा। गिद्दड़बाहा के नायब तहसीलदार गुरमेल सिंह के साथ हुई बैठक व उनकी ओर से दिए आश्वासन व एक सप्ताह में उनकी मांग पूरी करने के भरोसे के बाद किसानों ने धरना समाप्त किया।

जिला अध्यक्ष पूरन सिंह दोदा, महा सचिव गुरभगत सिंह भलाईआणा ने कहा कि विधान सभा चुनाव से पहले किसानों के साथ अनेकों वादे कर सत्ता में आई कांग्रेस सरकार वादों से मुकर गई है। किसानों के नाममात्र कर्ज माफ कर बड़े-बड़े समागम कर इश्तिहारों के माध्यम से कर्जा माफी की बात कह सरकार शोहरत बटोर रही है। किसानों का पूरा कर्ज माफ नहीं किया जा रहा। बैंकों, आढ़तियों, फाइनांस कंपनियों के पास किसानों के रखे खाली चेक गले की फांस बने हुए हैं। हालांकि यह चेक गैर कानूनी हैं लेकिन फिर भी इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। बैंक प्रबंधक व आढ़ती इन्हीं चेक को बाउंस करवाकर किसानों को सजा दिलवा रहे हैं जोकि खुदकुशी का कारण बनते हैं। किसानों ने मजदूर व किसानों से हस्ताक्षर या अंगूठे लगाकर लिए खाली चेक व अन्य दस्तावेज तुरंत रद करने, चेक किसानों को वापस दिलाने, किसानों व मजदूरों का कर्ज खत्म करने, खेती नीति पर कर्ज कानून मजदूर व किसान पक्षीय बनाने की मांग की।

इस मौके पर अजैब सिंह, मक्खनन सिंह, मेजर सिहं, बिकर सिंह, संता सिंह, गुरमेल सिंह, गुलाब सिंह, जगराज सिंह, कौर सिंह, मलकीत सिंह, गुरदीप सिंह, गुरपाश सिंह, मलकीत सिंह, रंगा सिंह, गुरतेज सिंह, साधू सिंह, राजा सिहं, सुखराज सिंह, गुरादित्ता सिंह भागसर आदि मौजूद थे। इनसेट

नायब तहसीलदार ने धरना खत्म कराया

किसानों ने सुबह 12 बजे बैंक के समक्ष धरना जमा दिया था। दोपहर तक को वह नारेबाजी करते रहे। लेकिन जैसे ही उन्हें पता चला कि अब बैंक के कर्मचारियों को छुट्टी होने वाली है तो उन्होंने चार बजे बैंक के स्टाफ को बैंक के अंदर ही बंधक बना लिया। शाम को छह बजे नायब तहसीलदार गुरमेल सिंह आए। उनके साथ किसानों ने बैठक की जिसमें उन्होंने चेक वापस करने की शुरुआत की और कहा कि बाकी सभी चेक एक सप्ताह तक वापस कर दिए जाएंगे और डीसी से बैठक कर कोर्ट केस पर भी विचार किया जाएगा। नायब तहसीलदार के भरोसे उपरांत किसानों ने अपना धरना समाप्त किया।


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