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¨हदू संगठनों का डीसी दफ्तर के सामने प्रदर्शन

के समक्ष मौसम का मिजाज फींका पड़ा दिखाई दिया। समाज सेवी भारत भूषण ¨बटा व एडवोकेट कदंबनी अरोड़ा ने कहा कि भले जिला प्रशासन द्वारा उक्त सरकारी गौशाला में पूर्ण प्रबंधों के दावे किए जा रहे जबकि असलीयत कुछ और ही ब्यान कर रही है। क्योंकि गौशाला का प्रबंध समाज सेवी संस्थाओं द्वारा ही अपने स्तर पर चलाया जा रहा है। न तो गौशाला में गौवंश के लिए पूरी भूसे व हरे चारे का प्रबंध है, न ही बीमार गौवंश के लिए कोई डाक्टर, न ही कोई लाईट व पानी का प्रबंध है। जिसके चलते बीते दिनों काफी गिनती में गौवंश की मौत भी हो चुकी है। परंतु इसके बावजूद भी जिला प्रशासन की नींद नहीं खुली। जिला प्रशासन द्वारा आठ जगह से बड़ी मात्रा में गो सै

By JagranEdited By: Published: Fri, 01 Feb 2019 05:28 PM (IST)Updated: Fri, 01 Feb 2019 06:18 PM (IST)
¨हदू संगठनों का डीसी दफ्तर के सामने प्रदर्शन
¨हदू संगठनों का डीसी दफ्तर के सामने प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब

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राज्य सरकार के निर्देशों पर बेसहारा गोवंश की संभाल के लिए जिला प्रशासन द्वारा जिले के गांव रत्ता टिब्बा में बनाई गई सरकारी गोशाला में रखे गए गोवंश की दयनीय हालत को लेकर शहर की समूह गोशाला कमेटियों व समाज सेवी संस्थाओं के नुमाइंदों की ओर से शुक्रवार को डीसी दफ्तर समक्ष प्रदर्शन किया गया। संगठनों ने धरना देने के बाद एडीसी को ज्ञापन भी सौंपा।

समाज सेवी भारत भूषण ¨बटा व एडवोकेट कादंबनी अरोड़ा ने कहा कि भले जिला प्रशासन द्वारा उक्त सरकारी गौशाला में पूर्ण प्रबंधों के दावे किए जा रहे जबकि असलियत कुछ और ही है। गोशाला का प्रबंध समाज सेवी संस्थाओं द्वारा ही अपने स्तर पर चलाया जा रहा है। न तो गोशाला में गौवंश के लिए भूसे व हरे चारे का प्रबंध है, न ही बीमार गोवंश के लिए कोई डाक्टर, न ही कोई लाईट व पानी का प्रबंध है। जिसके चलते बीते दिनों काफी संख्या में गोवंश की मौत भी हो चुकी है।

जिला प्रशासन द्वारा आठ जगह से बड़ी मात्रा में गोसेस एकत्रित करने के बावजूद इस सरकारी गोशाला में भारी कमियां है व ठंड व भुखमरी के कारण गौवंश मौत के मुहं में जा रहा है।

उन्होंने कहा कि गोशाला में बनाए गए शेड बहुत ऊंचे व खुले होने के कारण सर्दी को रोकने में असमर्थ हें जिस कारण वहां रखे गए गोवंश को ठंड में रहना पड़ रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि एक माह के अंदर अंदर रत्ता टिब्बा गोशाला व वहां रह रहे गोवंश की सार न ली गई तो वह डीसी कार्यालय के आगे भूख हड़ताल रखने के लिए विवश होंगे। जिसके बाद एडीसी डॉ. रिचा को एक मांग पत्र भी सौंपा। इसी दौरान उपस्थित शहरियों द्वारा फंड एकत्रित किया जा रहा है ताकि रत्ता टिब्बा गौशाला के लिए तूडी व हरा चारा भेजा जा सके। गो सेवकों ने बताया कि 3 फरवरी दिन रविवार को सुबह 7 बजे बडी संख्या में शहर वासी गांव रत्ता टिब्बा जाएंगे व अपने हाथों से गेवंश को तूडी व हरा चारा खिलाएंगे।

इस अवसर पर एडवोकेट संजीव गुप्ता, मनोहर लाल गर्ग, अंमृत खुराना, पवन गिरधर, अशोक चुघ, जनक चोपड़ा, अशोक शिकरी, राकेश बांसल, पंकज यादव, पवन छाबड़ा, हैपी गर्ग, मेघराज दोदा, रवि गर्ग, डीसी तनेजा, राजेश बाघ्ज्ञला, बिल्लू कटारिया, सोनू शर्मा, बिट्टू गगनेजा, बंटी ,ईशान, न¨रदर बांसल आदि मौजूद थे।


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