दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे बिजली कर्मचारी
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर दूसरे दिन भी पंजाब राज्य बिजली बोर्ड इंप्लाइज ज्वाइंट फोरम से संबंधित संगठनों द्वारा पूर्ण हड़ताल की गई।
जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर दूसरे दिन भी पंजाब राज्य बिजली बोर्ड इंप्लाइज ज्वाइंट फोरम से संबंधित संगठनों द्वारा पूर्ण हड़ताल की गई। इसके चलते मुक्तसर शहरीकरन, मुक्तसर देहाती, रूपाणा, लक्खेवाली, लुबाणयांवाली, बरीवाला के कार्यालय पूर्ण बंद रहे। इस दौरान संबोधित करते वक्ताओं ने कहा कि ट्रेड यूनियनों के अधिकारों पर लगातार छापे मारे जा रहे है। श्रमिक लोगों को जत्थेबंद होने से रोकने के लिए प्रति दिन नए किरत कानून बनाए जा रहे है। उन्होंने कहा कि पड़ताल जैसे एक्शनों पर पाबंदी लगाई जा रही है। सरमाएदार घरानों को खुश करने के लिए सरकारी संस्थाओं का हनन किया जा रहा है, जिसका आम लोगों की ¨जदगी पर बहुत गहरा असर होता है। उन्होंने बताया कि नए कानून बनाकर सरमाएदार घरानों के हाथों में दिया जा रहा है। न्होंने बताया कि बैंकों के विलय के नाम पर लगातार निजी बैंका को उत्साहित किया जा रहा है। जीएसटी व नोटबंदी जैसे फैसले लेकर छोटे दुकानदार, छोटे कारखानेदार कार्य ठप्प किया जा रहा है। इससे आम लोग लगातार गरीब हो रहे हैं। वक्ताओं ने मांग की है कि किरत कानूनों में मजदूर पक्षीय संशोधन की जाएं, पुरानी पेंशन योजना बहाल की जाएं, सरकारी संस्थाओं का निजीकरण बंद करके उनकी मजबूती की जाएं, आऊटसोर्सिंग के माध्यम से कर्मियों की की जा रही लूट बंद करके पक्के रोजगार का प्रबंध किया जाएं, संस्थाओं के अंदर पड़ी खाली पोस्टों तक कर्मचारियों के तौर पर भरी जाएं, किसानी को आर्थिक संकट में से निकाला जाएं, स्वामीनाथक कमिशन की रिपोर्टों के अनुसार सूचक अंक से जोड़कर फसलों के भाव निश्चित किए जाएं,लोक भलाई योजनाएं चालू की जाएं, वेतन कमिशन की रिपोर्ट की लागू की जाएं, डीए की किश्तों सहित बकायदा दिया जाएं आदि। इस अवसर पर बलजीत मोदला, बर¨जदर शर्मा, नछत्तर ¨सह, शमशेर ¨सह,बलजीत कृपालके, सुखलाल,बसंत ¨सह, गुरजंट ¨सह, रोशन, गुरपाल ¨सह, धर्मू राम, बल¨वदर ¨सह, ¨छदरपाल ¨सह,रणजीत ¨सह, कुलवंत सरां, शमशेर ¨सह, देस राज, अमरजीत ¨सह, बूटा ¨सह, सुखदेव ¨सह आदि उपस्थित थे।