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गांव कोटली देवन वासियों ने चार घंटे किया प्रदर्शन

सड़क पर खड़े ट्रकों से परेशान गांव कोटली देवन के निवासियों ने मंगलवार को गोदाम का गेट बंद कर धरना जमा दिया। करीब चार घंटे चले इस धरने के दौरान गांव वासियों ने गोदाम मालिक के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। प्रदर्शनकारियों मनप्रीत ¨सह धनोया, जसवीर सिहं, याद¨वदर ¨सह टोनी, गुरबाज ¨सह खालसा, चानण ¨सह, ईशर ¨सह, बेअंत ¨सह, गुरभेज ¨सह, मंदर ¨सह, गुरजंट ¨सह का कहना था कि सड़क के नजदीक ही डीए बांसल गोदाम है। इसमें धान व गेहूं के सीजन के दौरान जब माल आता है तो गांव को जाने वाली

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Dec 2018 05:19 PM (IST)Updated: Tue, 04 Dec 2018 06:07 PM (IST)
गांव कोटली देवन वासियों ने चार घंटे किया प्रदर्शन
गांव कोटली देवन वासियों ने चार घंटे किया प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब

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सड़क पर खड़े ट्रकों से परेशान गांव कोटली देवन के निवासियों ने मंगलवार को गोदाम का गेट बंद कर धरना जमा दिया। करीब चार घंटे चले इस धरने के दौरान गांव वासियों ने गोदाम मालिक के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।

प्रदर्शनकारियों मनप्रीत ¨सह धनोया, जसवीर सिहं, याद¨वदर ¨सह टोनी, गुरबाज ¨सह खालसा, चानण ¨सह, ईशर ¨सह, बेअंत ¨सह, गुरभेज ¨सह, मंदर ¨सह, गुरजंट ¨सह का कहना था कि सड़क के नजदीक ही डीके बांसल गोदाम है। इसमें धान व गेहूं के सीजन के दौरान जब माल आता है तो गांव को जाने वाली सड़क पर ट्रक खड़े कर दिए जाते हैं। कई बार तो 100 ट्रक खड़े हो जाते हैं। इस वजह से गुजरने के लिए रास्ता तक नहीं रहता। लोग परेशानी के आलम में रहते हैं। ट्रक के कारण हादसे भी हो चुके हैं, जिस कारण की लोग भी चोटिल हुए हैं। बार-बार कहने पर भी उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। उन्होंने गोदाम के मालिक को कई बार कहा है कि इसका कोई उचित हल किया जाए। जब ट्रक जाते हैं तो इस कदर मिट्टी उड़ती है कि आगे कुछ भी नजर नहीं आता। करीब चार घंटे चले इस प्रदर्शन के बाद मौके पर गोदाम के मालिक सुनील बांसल पहुंचे। जिन्होंने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की। गांव वासियों ने कहा कि यदि सड़क पर ट्रक खड़े करने हैं तो उसकी जिम्मेदारी ट्रक मालिक की होगी। यदि वह यातायात में बाधा बनेगा तो गांव वासी उसे नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा यदि ट्रक लगाने हैं तो पानी का छिड़काव भी किया जाए ताकि धूल मिट्टी न उड़े। जिस पर सुनील बांसल ने उन्हें विश्वास दिलाया कि आगे से ऐसा नहीं होगा। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने अपना धरना समाप्त किया।


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