शिक्षकों को रेगुलर करने के लिए मजदूरों ने फूंका पुतला
संयुक्त अध्यापक मोर्चे की अध्यक्षता में एसएसए रमसा व आदर्श मॉडल स्कूल सहित सभी वर्गों के अध्यापकों को पूरे वेतन स्केलों पर रैगुलर करवाने के लिए चल रहे संघर्ष में किसान, मजदूर संगठन भी मैदान में उतर आए है। कांग्रेस की कैप्टन सरकार के खिलाफ अध्यापकों का रोष गांवों की सत्थों तक जा पहुंचा है। ऐसा ही मंजर आज संघर्षी गांव के रूप में जाने जाते गांव भागसर में देखने को मिला जब गांव के किसान, मजदूरों का बड़ा काफिला सरकारी स्कूलों में पढ़ते बच्चों की प्राथमिक शिक्षा का अधिकार बचाने के
जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब : संयुक्त अध्यापक मोर्चा की अध्यक्षता में एसएसए रमसा व आदर्श मॉडल स्कूल सहित सभी वर्गों के अध्यापकों को पूरे वेतन स्केल पर रेगुलर करवाने के लिए चल रहे संघर्ष में किसान, मजदूर संगठन भी मैदान में उतर आए है। कांग्रेस की कैप्टन सरकार के खिलाफ अध्यापकों का रोष गांवों की सत्थों तक जा पहुंचा है। ऐसा ही मंजर आज संघर्षी गांव के रूप में जाने जाते गांव भागसर में देखने को मिला जब गांव के किसान, मजदूरों का बड़ा काफिला सरकारी स्कूलों में पढ़ते बच्चों की प्राथमिक शिक्षा का अधिकार बचाने के लिए गलियों में निकला। गांव की सत्थ में जुड़े अध्यापकों, अभिभावकों व किसानों, मजदूरों के बड़े इकट्ठ को संबोधित करते अध्यापक मोर्चा के नेताओं अतिवंश पूनिया, गौतम खुराना, राम स्वर्ण लक्खेवाली, बूटा ¨सह वाकिफ ने कहा कि अध्यापकों के पटियाला मोर्च से बौखलाहट में आई सरकार संघर्ष में जूझते अध्यापकों की बदलियां जैसे छोटे हथकंड़ों पर उतर आई है। नेताओं ने कहा कि पांच नवंबर की मुख्यमंत्री से तयशुदा बैठक उपरांत अगर अध्यापक मांगे न मानी गई तो जेल भरो आंदोलन शुरू किया जाएगा। किसान मजदूर नेता गुरादित्ता ¨सह भागसर, तरसेम ¨सह खुंडे हलाल व कामरेड़ जगदेव ¨सह ने कहा कि वह पंजाब की सरकारी स्कूल शिक्षा को बचाने के लिए अध्यापक वर्ग के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग सरकार की शिक्षा, स्वास्थ्य व प्रत्येक विभागों के निजीकरण की लोकविरोधी नीतियों को अपने संघर्षो से मात देंगे। वक्ताओं ने कहा कि अध्यापकों की अभिभावकों व गांवों तक पहुंची लड़ाई की सरकार को बड़ी सियासी कीमत चुकानी पड़ेगी। गांव की गलियों में पंजाब सरकार, शिक्षा मंत्री व शिक्षा सचिव के खिलाफ रोष भरे नारे से निकाले रोष मार्च के अंत में वायदों से मुकरी सरकार की अर्थी को गांव के बस स्टैंड पर फूंका गया। इस अवसर पर अन्यों के अलावा हरफूल ¨सह, काका ¨सह खुंडे हलाल, कुलबीर ¨सह भागसर, जालंधर ¨सह, सरबन ¨सह, राजू ¨सह, जतिन कुमार, मनजोत ¨सह, राकेश कुमार, अमृत कौर आदि अध्यापक किसान मजदूर नेता बड़ी सं या में उपस्थित थे।