10 फीट की रह गई 20 फीट सड़क
शहर को अवैध कब्जों की राजधानी कहा जाए तो कुछ गलत नहीं होंगा। क्योंकि हालत यह है कि नगर कौंसिल की ढिली कारजगुजारी के चलते शहर वासी अवैध कब्जे करना अपना हक समझते है। जबकि शहर वासी अवैध कब्जे करके उस पर पक्का निर्माण कर लेते है तो तब जाकर नगर कौंसिल के कर्मचारियों की जाग खुलती है तथा फिर उन अवैध कब्जों को हटाने में अपनी बेवसी जाहिर करते है। जिसकी ताजा मिशाल पिछले दिनों एक व्यक्ति द्वारा उसारी गई एक बि¨ल्डग के बड़े बड़े पिलर सरकारी जमीन पर खड़े कर दिए गए तथा उस समय नगर कौंसिल द्वारा अवैध कब्जे नहीं ह
संदीप मलूजा, मलोट (श्री मुक्तसर साहिब)
शहर को अवैध कब्जों का केंद्र कहा जाए तो कुछ गलत नहीं होगा। हालात यह है कि नगर कौंसिल की ढिली कारगुजारी के चलते शहरवासी अवैध कब्जे करना अपना हक समझते हैं।
पिछले दिनों एक व्यक्ति द्वारा उसारी गई एक बि¨ल्डग के बड़े बड़े पिलर सरकारी जमीन पर खड़े कर दिए गए तथा उस समय नगर कौंसिल द्वारा अवैध कब्जे नहीं हटाया जा सके। जब यह सारा मामला एसडीएम के ध्यान में आया तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई करने के आदेश दे दिए तथा मजबूरन उक्त व्यक्ति को यह पिलर हटनी पड़ी। कुछ ऐसा ही मामला शहर के भीड़ वाले मेन बाजार तथा गांधी चौक का है जहां दुकानदारों ने अपनी दुकानों के आगे पांच पांच फुट के थड़े बना लिए है और उसके आगे तीन फुट की सीढियां बना ली और उसके आगे अपने वाहन खड़े कर जगह को और रोक लिया गया। यह सड़क बीस फुट की सड़क केवल दस फुट ही रह गई है। शहर में चल रहे निर्माण कार्यों का मलबा तीस फुटकी सड़क पर इधर उधर फैंक कर आवाजाई को प्रभावित कर रहे है। जब यह मामला कौंसिल के अधिकारियों के ध्यान में लाया गया तो उन्होंने कार्रवाई करने की बात कह कर मामला ठंडा बस्ते में डाल दिया।
त्योहारों का समय होने के कारण लोगों का शहर में चलना बहुत मुश्किल हो रहा है। दूसरी तरफ ट्रैफिक पुलिस शहर में चालान काटने को तहरीज दे रही जबकि शहर के अंदर मेन बाजार, लोहा बाजार, गुड बाजार, सुपर बाजार, बिरला रोड, तहसील रोड आदि के बाजार का उनके लिए को वास्ता नहीं है। इनसेट
चलाई जाएगी मुहिम : एसडीएम
एसडीएम गोपाल ¨सह ने कहा कि ईओ छुट्टी पर गए हए हैं उनके आने के बाद अवैध कब्जों को हटाने की मुहिम चलाई जाएगी।